NewDelhi : संसद के मॉनसून सत्र के दौरान कल गुरुवार को राज्यसभा में सूचना प्रौद्योगिकी और संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथों से उनके बयान की प्रति छीनकर फाड़ने वाले टीएमसी सांसद शांतनु सेन को संसद के पूरे सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया गया है.
TMC MP Santanu Sen suspended from Rajya Sabha for this entire session, a day after he snatched papers from IT Minister Ashwini Vaishnaw and tore them in the House.
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— ANI (@ANI) July 23, 2021
बता दें कि सदन में निलंबन प्रस्ताव पास होने के बाद यह कार्र्वाई की गयी है. शांतनु ने राज्यसभा में कार्यवाही के दौरान केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथों से कागज छीन लिया था और उसके टुकड़े कर हवा में लहरा दिये थे. वैष्णव उस समय सदन में पेगासस सॉफ्टवेयर के जरिये भारतीयों की जासूसी करने संबंधी खबरों और इस मामले में विपक्ष के आरोपों पर सदन में बयान दे रहे थे.
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एम वेंकैया नायडू ने शांतनु सेन के निलंबन की घोषणा की
राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को शांतनु सेन के निलंबन की घोषणा की. सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति ने कल गुरुवार को हुई घटना का जिक्र करते हुए इसे अशोभनीय करार दिया. सभापति ने कहा कि कल जो कुछ हुआ, निश्चित रूप से उससे सदन की गरिमा प्रभावित हुई.
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उपसभापति हरिवंश ने हंगामा कर रहे सदस्यों से असंसदीय व्यवहार ना करने का अनुरोध किया
जान लें कि गुरुवार को दो बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही आरंभ हुई, उपसभापति हरिवंश ने बयान देने के लिए वैष्णव का नाम पुकारा. इसी समय, तृणमूल कांग्रेस और कुछ विपक्षी दल के सदस्य हंगामा करते हुए आसन के समीप आ गये तथा नारेबाजी करने लगे. इसी क्रम में टीएमसी सदस्य शांतनु सेन ने केंद्रीय मंत्री के हाथों से बयान की प्रति छीन ली और उसके टुकड़े कर हवा में लहरा दिये. इस स्थिति में वैष्णव ने बयान की प्रति सदन के पटल पर रख दी.
उपसभापति हरिवंश ने हंगामा कर रहे सदस्यों से असंसदीय व्यवहार ना करने का अनुरोध किया लेकिन उनकी एक ना सुनी गयी. उन्होंने टिप्पणी करते हुए कहा, यह असंसदीय परंपरा कृपया… जिस रिपोर्ट को हमलोग सुनना चाहते थे …उस पर बहस नहीं होने दे रहे हैं…यह कौन सी लोकतांत्रिक प्रक्रिया है. हंगामे के बीच ही उपसभापति ने संसदीय समितियों की रिपोर्ट की प्रतियां सदन के पटल पर रखवाई.