Ranchi : आरएसएस से जुड़े आदिवासी संगठन जनजाति सुरक्षा मंच ने 27 नवंबर को डिलिस्टिंग रैली का आयोजन किया है. यह रैली रांची कॉलेज मैदान में होगी. इस रैली का मुख्य उद्देश्य स्व. कार्तिक उरांव के सपने, जो आदिवासी अपने रूढ़ीवादी परंपरा को छोड़कर दूसरे धर्म ईसाई या मुस्लिम धर्म कबूल कर चुके हैं, उन्हें अनुसूचित जनजाति की श्रेणी से बाहर करवाना है. यह जानकारी मंच के संदीप उरांव, मेघा उरांव, सोमा उरांव, डा राजकिशोर हांसदा, सुशील मरांडी, मोतीलाल मुर्मू ने अरोग्य भवन बरियातू में आयोजित एक प्रेस वार्ता में दी. इस रैली में हजारों की संख्या में लोग हिस्सा लेंगे. सभी रांची कॉलेज मैदान में जमा होंगे. सभी लोग कचहरी होते हुए राजभवन आएंगे. फिर रांची कॉलेज वापस जाएंगे, जहां सभा होगी. इस रैली में पूर्व लोकसभा उपाध्यक्ष कड़िया मुंडा, मंच के राष्ट्रीय संयोजक गणेशराम भगत आदि हिस्सा लेंगे.
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जनजातियों का मिलने वाला लाभ 80 प्रतिशत धर्मांतरित लोग उठा रहे
इन्होंने बताया कि भगवान बिरसा मुंडा एवं स्व. कार्तिक उरांव आदिवासियों के धर्मांतरण के हमेशा खिलाफ रहे हैं. उनके सपनों को पूरा करने का बीड़ा मंच ने उठाया है. वे जनजाति या आदिवासी जो अपनी धर्म संस्कृति, रीति-रिवाज, रूढ़ीवादी परंपरा छोड़कर इसाई, मुस्लिम धर्म में जा चुके हैं, उन्हें अनुसूचित जनजाति की श्रेणी से बाहर करना और मिल रहे एसटी का लाभ से वंचित किया जाना जरूरी है. क्योंकि ये आदिवासियों की हकमारी कर रहे हैं. ऐसे लोग जनजातियों के मिलने वाले लाभ का 80 प्रतिशत तक हकमारी कर रहे हैं. अब ऐसा होने नहीं दिया जाएगा.
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