DHANBAD : लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर राज्य सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के बाद धनबाद विधायक राज सिन्हा काफी नाराज हैं. उन्होंने सरकार के इस फरमान को तुगलकी फरमान बताया है. उन्होंने कहा कि दुमका और बेरमो में चुनाव के दौरान सरकार ने कोई गाइडलाइन जारी नहीं किया. यही नहींं चुनाव प्रचार के दौरान जमकर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां भी उड़ायी गयीं. इस दौरान झारखण्ड में कोरोना वायरस का खतरा सरकार को नहीं दिखा .
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चुनाव में सरकार को नहीं दिखा खतरा
चुनाव का परिणाम आते ही कोरोना का खतरा सरकार को दिखने लगा, जिसके बाद झारखण्ड सरकार ने हिंदुओं के महापर्व छठ को तालाब, नदी , डैम, पोखर जैसी जगहों पर जाने से रोक लगा दी है. सरकार के इस फैसले से साफ पता चल रहा है कि यह सरकार हिंदुओ के आस्था के साथ खिलवाड़ कर रही है, जिसे झारखण्ड की जनता कभी बर्दाश्त नहीं करेगी.
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सरकार इस फैसले को ले वापस
उन्होंने यह भी कहा कि यही सरकार ने दुर्गा पूजा और दीपावली को लेकर भी कुछ दिशा निर्देश जारी किया था, जो बहुत ही सराहनीय था. इसी तरह सरकार को इस महापर्व पर भी कुछ गाइडलाइन के साथ दिशा निर्देश जारी करना चाहिए था, लेकिन हिंदुओ के आस्था के इस महापर्व छठ पर झारखंड सरकार ने ये तुगलकी फरमान जारी कर दिया,जो सरासर गलत है. सरकार इस फैसले को अविलंब वापस ले. विधायक राज सिन्हा ने झारखण्ड सरकार को पत्र के माध्यम से छठ को लेकर कुछ छूट देने का आग्रह किया है.
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