LagatarDesk: अमेरिका में आये दिन हिंसा की खबर आ रही है. इस हिंसा के कारण डोनाल्ड ट्रंप के ट्वीटर अकाउंट को बंद कर दिया गया था. जिसके कारण सोशल मीडिया और अन्य टेक कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली थी. इस घोषणा के बाद ट्वीटर के शेयर में 6.4 फीसदी की गिरावट देखने को मिली थी. इस गिरावट के कारण ट्वीटर को एक दिन में करोड़ों रुपये का नुकसान झेलना पड़ा है.
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ट्वीटर ने जताई थी आशंका
ट्वीटर ने आशंका जताई थी कि अमेरिकी राष्ट्रपति आगे भी हिंसा पैदा कर सकते हैं. ट्रंप ने कहा कि वह निकट भविष्य में अपना प्लेटफॉर्म तैयार करेंगे. वे चुप नहीं रहेंगे. टेक कंपनियों और खासतौर से सोशल मीडिया कंपनियों पर यह जोखिम भी बढ़ रहा है. पिछले सप्ताह की घटना के बाद अमेरिकी संसद ट्वीटर पर अपना निशाना साध सकती है.
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एपल, एमेजॉन पर भी दिखा असर
सैन फ्रांसिस्को में ट्वीटर के मुख्यालय के बाहर विरोध हुआ. लेकिन इसका असर इस पर नहीं हुआ. लेकिन ट्रंप के अकाउंट बैन करने के बाद एपल, एमेजॉन और अन्य आईटी के शेयरों में सोमवार को भारी गिरावट देखने को मिली थी. इस कारण इन कंपनियों को करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ा.
आये दिन सोशल मीडिया पर कुछ न कुछ घटनायें होती रहती हैं. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के फेसबुक और ट्वीटर अकाउंट का डिलीट होना. COVID-19 वैक्सीन पर षड्यंत्र का आरोप लगाते हुए ट्वीटर की ओर से ईरान के सुप्रीम लीडर का ट्वीट डिलीट करने वाली घटनाएं ऐसी ही हैं. इससे लोग काफी प्रभावित भी हो रहे हैं. कुछ लोग इसका समर्थन कर रहे हैं. तो कुछ इन सभी चीजों का सपोर्ट भी कर रहे हैं.
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टेक कंपनियों पर भी दिख सकता है असर
अब इन घटनाओं ने बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों के अधिकारों को लेकर एक बड़ा मुद्दा खड़ा कर दिया है. डोनाल्ड ट्रम्प के अकाउंट को बंद करने को लेकर कई तरह के सवाल खड़े होते हैं. इससे टेक कंपनियों पर किसी खास विचारधारा को सपोर्ट करने और उसके खिलाफ जाने वाले लोगों के खिलाफ बुरा व्यवहार करने का आरोप लगाया है.
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