NewDelhi : उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू का पर्सनल ट्विटर अकाउंट फिर से वेरिफाई’ हो गया है. बता दें कि आज शनिवार सुबह उनके अकाउंट से ब्लू टिक हट गया था. ब्लू टिक हटने को लेकर ट्विटर इंडिया ने सफाई दी कि लंबे समय से अकाउंट लॉग इन नहीं होने के कारण ऐसा हुआ था. वेरिफाई हटाने के कुछ ही घंटे बाद ट्विटर ने उनके अकाउंट का ब्लू टिक वापस कर दिया.
सरकार ट्विटर के खिलाफ एक्शन ले सकती है
हालांकि सूत्रों का कहना है कि उपराष्ट्रपति समेत आरएसएस से जुड़े कई नेताओं के अकाउंट से ब्लू टिक हटने से सरकार नाराज है और ऐसा कहा जा रहा है कि सरकार ट्विटर के खिलाफ एक्शन ले सकती है. दरअसल, शनिवार सुबह उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के पर्सनल ट्विटर हैंडल @MVenkaiahNaidu से ब्लू टिक हट गया था. ब्लू टिक से ही अकाउंट के वेरिफाई होने का पता चलता है.
हालांकि, उपराष्ट्रपति के ट्विटर हैंडल @VPSecretariat से ब्लू टिक नहीं हटा था. घंटे भर बाद दोबारा से उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के पर्सनल अकाउंट पर ब्लू टिक आ गया. लेकिन अभी भी आरएसएस के तमाम बड़े नेता सुरेश जोशी, सुरेश सोनी और अरूण कुमार के ट्विटर अकाउंट को वेरिफाई नहीं किया गया है.
जान लें कि उपराष्ट्रपति @VPSecretariat के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ब्लू टिक है और इसके 9.3 लाख फॉलोअर्स हैं. जबकि वेंकैया नायडू के पर्सनल ट्विटर हैंडल पर 1.3 लाख फॉलोअर्स हैं. उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू इस अकाउंट से मात्र 11 लोगों को फॉलो करते हैं.
वैंकया नायडू के ट्विटर एकाउंट से वेरिफिकेशन हटने से आईटी मंत्रालय नाराज है. कहा गया कि यह ट्विटर की गलत मंशा है कि उसने देश के नंबर 2 अथॉरिटी के साथ ऐसा सलूक किया है. ट्विटर यह देखना चाहता है कि भारत किस हद तक सब्र करता है. इस मामले में ट्विटर की दलील गलत है. भारत सरकार इस मामले में कड़ाई से निपटेगी.
इसे भी पढ़ें : फेसबुक ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का अकाउंट दो साल के लिए प्रतिबंधित किया
ट्विटर पर लोग जमकर गुस्सा जाहिर कर रहे हैं.
इस मामले में ट्विटर पर लोग जमकर गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. हालांकि कई लोगों का मानना है कि अकाउंट एक्टिव नहीं था इस कारण हो सकता है उसे अनवेरिफाइड कर दिया गया होगा. बता दें कि भारत सरकार की नयी गाइडलाइन को लेकर ट्विटर और सरकार के बीच हालिया दिनों में विवाद बढ़ गया है. जान लें कि नयी गाइडलाइन पर अभी तक ट्विटर ने हामी नहीं भरी है. जानकारी के अनुसार ट्विटर अकाउंट की प्रमाणिकता को साबित करने के लिए ब्लू बैज देता है. ट्विटर के अनुसार इसके लिए अकाउंट को सक्रिय, प्रमाणिक और ख्यात होना चाहिए.
इसे भी पढ़ें : कोरोना की तीसरी लहर को लेकर बुद्धिजीवी चिंतित, विपक्ष को लिखा पत्र, कहा, सरकार सलाह मानने को तैयार नहीं, दबाव डालें
कंपनी बिना नोटिस के यूजरनेम बदलने पर भी ब्लू वेरिफाइड बैज हटा देती है
ट्विटर की पॉलिसी के अनुसार कंपनी बिना नोटिस के यूजरनेम बदलने पर, अकाउंट के सक्रिय ना रहने के चलते ब्लू वेरिफाइड बैज और वैरिफाइड स्टेट्स को हटा देती है. लगातार ट्विटर की यूजर पॉलिसी का उल्लंघन करने पर भी ब्लू टिक हटाया जा सकता है. साथ ही संबंधित व्यक्ति के पुरानी पोजिशन पर ना रहने (जिसके लिए ट्विटर ने अकाउंट वैरिफाई किया था) के चलते भी ब्लू टिक को हटाया जाता है.
इसे भी पढ़ें : CBI अफसर हों या स्टाफ, कार्यालय में फॉर्मल कपड़े पहनने का आदेश, जींस, टी शर्ट, स्पोर्ट्स शूज को ना
ट्विटर ने आरएसएस के कई पदाधिकारियों का ट्विटर वेरिफिकेशन वापस ले लिया है
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के पर्सनल अकाउंट से ब्लू बैज हटाये जाने पर भाजपा से जुड़े लोगों ने ट्विटर के इस फैसले पर विरोध करना शुरू कर दिया. भाजपा मुंबई के प्रवक्ता सुरेश नखुआ ने एक ट्वीट में इसे भारत के संविधान पर हमला बताया. संघ से जुड़े नेता राजीव टुली ने कहा है कि ट्विटर ने आरएसएस के कई पदाधिकारियों का ट्विटर वेरिफिकेशन भी वापस ले लिया है. उन्होंने कहा है कि इस बाबत हम ट्विटर से संपर्क साधने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कोई जवाब नहीं दे रहा है.
हाल ही में खबर आयी थी कि माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट Twitter ने एक बार फिर वेरिफिकेशन प्रोसेस शुरू कर दिया है, जिसके जरिए अब यूजर्स फिर से ब्लू टिक के लिए अप्लाई कर पायेंगे. ट्विटर ने इस प्रक्रिया को पिछले तीन साल से रोक कर रखा था. 2017 में इस प्रोसेस पर आम लोगों के लिए उस समय रोक लगा दी गयी थी, जब ट्विटर के वेरिफिकेशन प्रोगाम को भ्रमित बताते हुए इसकी आलोचना होने लगी थी.