Bermo: तेनुघाट डैम में पानी का जलस्तर बढ़ने के बाद बांध के दो स्लूइस गेट को खोल दिए गये हैं. इस संबंध में तेनुघाट बांध प्रमंडल के बाढ़ नियंत्रण कोषांग के नोडल पदाधिकारी ने अलर्ट जारी कर दिया है. पिछले दिनों तूफान के असर और लगातार बारिश होने के कारण डैम का जलस्तर बढ़ा है. लिहाजा एक गेट पूर्व से ही खुले दिया गया था. बुधवार की दोपहर बांध का एक अतिरिक्त गेट भी खोल दिया गया है. जिससे दामोदर नदी का जलश्राव बढ़कर लगभग 3500/99.19 क्यूसेक/क्यूबिक मीटर प्रति सेकंड हो गया है. जारी अलर्ट में यह भी कहा गया है कि आवश्यकता पड़ने पर और गेट भी खोला जा सकता है. इस संबंध में तेनुघाट बांध प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता राजकिशोर सिंह ने कहा कि स्विस गेट को एक के बाद एक गेट को खोलना है. ताकि नीचे गंदगी न बैठ जाए.
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गेट खोलने की सूचना झारखंड से लेकर पश्चिम बंगाल सरकार तक प्रेषित
स्विस गेट खोलने की जानकारी झारखंड से लेकर पश्चिम बंगाल सरकार तक को सूचना दी गई है. जिसमें प्रिंसिपल सेक्रेटरी इरिगेशन एंड वाटर वेस डिपार्टमेंट गवर्नमेंट ऑफ वेस्ट बंगाल, कार्यपालक अभियंता तेनुघाट बांध प्रमंडल, अधीक्षण अभियंता तेनुघाट बांध अंचल, मुख्य अभियंता जल संसाधन विभाग हजारीबाग, मुख्य अभियंता योजना एवं मॉनिटरिंग आयोजन, जल संसाधन विभाग रांची, उपायुक्त बोकारो, पुलिस अधीक्षक बोकारो, उपायुक्त धनबाद, पुलिस अधीक्षक धनबाद, अनुमंडल पदाधिकारी बेरमो, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बेरमो, डीडीएमए बोकारो, एमआरओ डीवीसी, अधीक्षण अभियंता सीडब्ल्यूसी मैथन, बीडीओ गोमिया, बीडीओ पेटरवार, बीडीओ चंद्रपुरा, बीडीओ बेरमो, बीडीओ जरीडीह आदि पदाधिकारियों को सूचित कर किया गया.
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डैम का जलस्तर बढ़ने पर खोला जाता है गेट
दरअसल पूर्व के वर्षों में बांध में अत्यधिक जल जमाव होने के बाद एक साथ पानी निकासी के कई गेट खोल दिया जाता था. जिस कारण दामोदर नदी के किनारे बसने वाले लोगों को काफी क्षति होती थी. सबसे ज्यादा नुकसान पश्चिम बंगाल को होता था. तब पश्चिम बंगाल सरकार ने इसकी शिकायत की. इसके बाद से तेनुघाट बांध का पानी एक साथ नही छोड़ा जाता है. जैसे ही बारिश का मौसम आता है. पानी का जमाव के बाद धीरे धीरे पानी छोड़ दिया जाता है, ताकि एक साथ पानी छोड़ने की नौबत नहीं आए.
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