Mumbai : अगर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मुझे दिया हुआ वादा निभाते तो आज राज्य में बीजेपी का सीएम होता. 2019 में गठबंधन के दौरान मैंने अमित शाह से यही कहा था कि 2.5 साल शिवसेना का मुख्यमंत्री हो और वही हुआ. अगर वे बात मान लेते तो महाविकास अघाड़ी का गठन ही नहीं होता और अब 2.5 साल बाद महाराष्ट्र में बीजेपी का सीएम होता. बता दें कि महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के सीएम बनने के एक दिन बाद पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बात कही.
Had BJP agreed to 2.5 years of Shiv Sena CM, there would never have been an MVA: Uddhav Thackeray
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— ANI Digital (@ani_digital) July 1, 2022
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शिवसेना कार्यकर्ता एकनाथ शिंदे को सीएम बनाया गया है
प्रेस कॉन्फ्रेंस में उद्धव ठाकरे ने कहा, एक तथाकथित शिवसेना कार्यकर्ता (एकनाथ शिंदे) को सीएम बनाया गया है. मैंने अमित शाह से यही कहा था. यह सम्मानपूर्वक किया जा सकता था. शिवसेना आधिकारिक तौर पर(उस समय) भाजपा के साथ थी. इस क्रम में उद्धव ठाकरे ने साफ कहा, यह सीएम शिवसेना का नहीं है. उद्धव ठाकरे ने मेट्रो शेड को आरे में शिफ्ट करने के फैसले को लेकर कहा कि मेरा गुस्सा मुंबई के लोगों पर मत निकालो. मेट्रो शेड को शिफ्ट करने का फैसला मत बदलो. मुंबई के वातावरण से मत खेलो. बता दें कि डिप्टी सीएम बनते ही देवेंद्र फडणवीस ने मेट्रो शेड को आरे में शिफ्ट करने का आदेश दिया है.
देवेंद्र फडणवीस ने राज्य के डिप्टी सीएम पद बने हैं
जानकारों के अनुसार भाजपा ने बड़ा दांव खेलते हुए गुरुवार को शिवसेना के बागी एकनाथ शिंदे को समर्थन दिया और महाराष्ट्र का सीएम बना दिया. देवेंद्र फडणवीस ने राज्य के डिप्टी सीएम पद बने हैं. पहले माना जा रहा था कि शिवसेना के बागी विधायकों के समर्थन वाली सरकार के सीएम फडणवीस होंगे. इससे पूर्व भाजपा ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात कर फ्लोर टेस्ट कराने की मांग की थी. भाजपा की मांग पर राज्यपाल ने विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया था. राज्यपाल का यह फैसला शिवसेना को रास नहीं आया और उसने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. लेकिन SC ने फ्लोर टेस्ट कराने के राज्यपाल ks फैसले पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था. इसके बाद उद्धव ठाकरे ने सीएम पद छोड़ दिया था.