Mumbai : अगर मौजूदा भाजपा से लड़ना है तो अलग संसार या चूल्हा जलाकर लड़ा नहीं जा सकता है. विपक्षियों की एकता की वज्रमुट्ठी बनाये बिना लड़ना संभव नहीं है. अभी कांग्रेस अकेले भाजपा से नही लड़ सकती. विपक्ष की एकता के लिए हमारे बहुत ईमानदार प्रयास है.
शिवसेना का नाम और चुनाव चिह्न गंवाने के बाद उद्धव ठाकरे गुट ने भाजपा से लड़ने के लिए विपक्षी दलों से एकजुट होने की अपील की है. इसी कवायद में आज बुधवार को सामना के संपादकीय में उद्धव ने यह सब लिखा है. साथ ही उद्धव ठाकरे ने 2024 में पीएम पद को लेकर अपनी उम्मीदवारी को लेकर बड़ी बात कही.
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लिखा, पीएम उम्मीदवार बाद में तय किया जा सकता है
संपादकीय में उद्धव ठाकरे ने पीएम पद की उम्मीदवारी पर हो रही रस्काकसी खत्म करने की अपील करते हुए लिखा, 2024 में प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा, यह बाद में तय किया जा सकता है.उद्धव ठाकरे ने पीएम पद पर अपनी उम्मीदवारी को लेकर अनिच्छा भी जाहिर की. लिखा कि 2024 में प्रधानमंत्री पद के लिए नीतीश कुमार कहते हैं कि वो कांग्रेस को तय करने दो. कुछ लोग मेरे नाम का जिक्र करते है, लेकिन मेरी इच्छा नही है.
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भाजपा की पाखंडी देशभक्ति का जवाब देना होगा
उद्धव ने चुनावी प्रक्रिया में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए भाजपा के खिलाफ जंग में विपक्ष से एकजुट होकर लड़ने का आह्वान किया. उद्धव के अनुसार EVM घोटाला करने के लिए इजरायल की जॉर्ज कंपनी को ठेका दिये जाने का खुलासा हो गया है. विपक्षी दलों का एकजुट होना ही भाजपा की पाखंडी देशभक्ति का एकमात्र जवाब होगा.
भाजपा पर आरोप ,महाराष्ट्र में शिवसेना को तोड़ा
उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर आरोप लगाया कि उसने महाराष्ट्र में शिवसेना को तोड़ा. बाकी गुट (शिंदे) को असली शिवसेना कहकर चुनाव चिह्न उनको बेच दिया गया. लिखा कि बिहार में नीतीश कुमार की पार्टी को तोड़ने की कोशिश की गयी. शिंदे की तरह ही उपेंद्र कुशवाहा को भी अलग कर लिया गया. आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, और महाराष्ट्र के कई नेताओं को भाजपा ने थोक भाव में खरीदा.