Bermo : बेरमो में 11वें वेतन समझौता को लागू करने को लेकर सीसीएल के विभिन्न परियोजनाओं में यूनियन के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया. अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ के तत्वावधान में सीसीएल कोलियरी कर्मचारी संघ की ओर से प्रबंधन एवं कोल इंडिया के सीएमपीडीआई के 10 परसेंट विनिवेश के विरोध में ढोरी, बीएण्डके और कथारा जीएम कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन कर प्रबंधन को मांग पत्र सौंपा. सीसीएल प्रबंधक और केंद्र सरकार से अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद की.
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प्रबंधक लगातार मजदूरों के हितों पर हमला कर रहा है
संघ की मानें तो मजदूर काफी मेहनत कर रहे हैं लेकिन सरकार और कोल इंडिया प्रबंधक लगातार मजदूरों के हितों पर हमला कर रहा है. सरकार कोल इंडिया के घाटा का बहाना बनाकर खदानों का निजीकरण कर रही है. इसमें कोल इंडिया की मजदूर विरोधी नीति, विनिवेश के खिलाफ तथा 11वॉ वेतन समझौता जल्द से जल्द लागू करना आदि मांगे शामिल हैं. बीएण्डके क्षेत्रीय अध्यक्ष राहुल कुमार सिन्हा व क्षेत्रीय सचिव विनय कुमार पाठक सहित अन्य लोग मौजूद थे.
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पूंजीपतियों के हवाले करने की तैयारी
कथारा के स्वांग-गोविन्दपुर फेस-2 परियोजना में सीटू और एटक के द्वारा पिट मीटिंग की गयी. सीटू के जिला सचिव मीटिंग को सम्बोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार द्वारा CMPDI के दस प्रतिशत शेयर बेचने की घोषणा कोयला उद्योग को सम्पूर्ण रूप से पूंजीपतियों के हवाले करने की तैयारी है. उन्होंने मजदूरों से अपील की है कि कोयला उद्योग की रक्षा के लिए मजदूरों को सरकार के इस कदम का जोरदार प्रतिवाद करें. इस मीटिंग को एटक के नवीन विश्वकर्मा, रामेश्वर साव, सुरेश शर्मा, देवाशीष रजवार, अर्जुन महतो, सीटू के प्रदीप विश्वास, बंगाली पासवान ने भी सम्बोधित किया. पिट मीटिंग की अध्यक्षता सीटू के शाखा सचिव गौतम राम दुसाध ने किया. इस मीटिंग में सैकड़ों कामगार उपस्थित थे.