Saraikela / Kharsawan : पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 105वीं जयंती पर खरसावां के काली मंदिर सामुदायिक भवन में कार्यक्रम आयोजित कर श्रद्धांजलि दी गयी. केंद्रीय जनजाति मामलों के मंत्री सह स्थानीय सांसद अर्जुन मुंडा समेत पार्टी नेताओं ने डॉ मुखर्जी की तसवीर पर माल्यार्पण किया. मौके पर अर्जुन मुंडा ने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय भारत की सांस्कृतिक विरासत को अक्षुण्ण रखने के लिए अपनी अंतिम सांस तक प्रयास करते रहे. दीनदयाल उपाध्याय ने ही इस देश में एक विधान-एक निशान-एक प्रधान का नारा देते हुए देश की एकता व अखंडता के लिये संघर्ष करते हुए अपने प्राणों का बलिदान दिया था. देश की एकता और अखंडता के लिये अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले दीनदयाल उपाध्याय के विचार युगों-युगों तक देश की युवा पीढ़ी के लिये प्रेरणादायी सिद्ध होगी. केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय ने 1951 में भारतीय जनसंघ की नींव रखकर देश में राष्ट्रवादी राजनीति का सूत्रपात किया. कार्यक्रम में मुख्य रुप से पूर्व विधायक मंगल सिंह सोय, जिलाध्यक्ष विजय महतो, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य शैलेंद्र सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष उदय सिंहदेव, रामानाथ महतो, नयन नायक, सुशील षाडंगी, मंजु बोदरा, उमेश बोदरा, राउतु हाईबुरु, लाल सिंह सोय, संजय सरदार, गणेश माहली आदि उपस्थित थे.
भाजपा के कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व मंत्री बड़कुंवर गागराई
खरसावां में भाजपा की ओर से आयोजित प. दीनदयाल उपाध्याय जयंती कार्यक्रम में पूर्व मंत्री बड़कुंवर गागराई भी अचानक पहुंचे. कार्यक्रम में मौजूद केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा समेत अन्य भाजपा कार्यकर्ता पहले से मौजूद थे. कार्यक्रम में पूर्व मंत्री बडकुंवर गागराई का पहुंचना चर्चा का विषय बना रहा. मालूम हो कि विधानसभा चुनाव से पूर्व बडकुंवर गागराई ने बीजेपी छोड़ कर मझगांव से निर्दलीय चुनाव लड़ा थो. इससे पूर्व 2000 व 2009 में बडकुंवर गागराई मझगांव से बीजेपी से विधायक रह चुके हैं.