Ranchi: केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव मनोज जोशी ने रांची और बुंडू की एक-एक PMAY (U) लाभुकों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बातचीत की. लाभार्थियों से रूबरू कार्यक्रम के तहत उन्होंने PMAY (U) की महिला लाभुकों से योजना के बारे में जानकारी ली. वहीं राज्य में PMAY (U) के तहत बने सुंदर घरों को देखकर केन्द्रीय सचिव ने खुशी जताई और लाभुकों को बधाई दी. कार्यक्रम के तहत सचिव ने रांची नगर निगम से चयनित मनीषा कच्छप और बुंडू नगर पंचायत से चयनित मामोनी पाल से बातचीत की. दोनों लाभुकों ने प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी के सफल क्रियान्वयन और अनुभवों को साझा किया. इस कार्यक्रम में नगरीय प्रशासन निदेशक विजया जाधव समेत दिनों निकायों के पदाधिकारी भी शामिल हुए.
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केंद्रीय सचिव ने सुनी लाभुकों की समस्याएं
MoHUA सचिव ने योजना के लाभुकों से उनसे नए मकान के निर्माण के प्रगति संबंधी विस्तारपूर्वक चर्चा कर पूरी जानकारी ली. साथ ही इस बारे में उनके समक्ष पेश आने वाली समस्याओं को भी गंभीरता से सुना तथा उनका समाधान निकालने संबंधी कुछ सुझाव भी दिए. इस दौरान ज्यादातर लाभार्थियों ने बताया कि उन्हें मकान निर्माण में जो भी समस्याएं पेश आई वह कोरोना से उत्पन्न हालात के मद्देनजर उनकी रोजी-रोटी प्रभावित होने के कारण ही उत्पन्न हुई हैं.
कार्यक्रम के दौरान वीडियो के माध्यम से आवास का लिया जायजा
रूबरू कार्यक्रम के दौरान सचिव ने चयनित महिला लाभार्थियों के नव-निर्मित आवास का वीडियो के माध्यम से जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने लाभार्थियों से पानी, बिजली एवं आवास से जुड़ी जरुरी विषयों पर भी चर्चा की. इसके बाद आकर्षक और स्वच्छ घर को देखकर उन्होंने काफी खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा कि ऐसी अवधारना रही है कि बीएलसी घटक से बनी घरें सुंदर और भव्य नहीं होती है, लेकिन झारखंड के लाभुकों ने इस अवधारना को तोड़ दिया है.
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मिला पक्का मकान, बढ़ा मान-सम्मान
महिला लाभुकों ने अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि आवास निर्माण से पहले कच्चा मकान में रहने के दौरान बच्चों के पालन-पोषण में काफी दिक्कतें आ रही थी. कच्चे मकान का दीवार गिरने की आशंका हमेशा बनी रहती. साथ ही सगे-संबंधियों व समाज में मान-सम्मान घट गया था, लेकिन, जैसे ही आवास बनकर तैयार हुआ अचानक सामाजिक, आर्थिक व मानसिक रूप से सुदृढ़ता मिलने लगी.