Palamu : MMCH में कोरोना मरीज की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया है. परिजनों ने डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. परिजनों का कहना है कि उनके मरीज की मौत इलाज में लापरवाही के कारण ही हुई है. अगर डॉक्टर सही समय से इलाज करते तो मरीज बच सकता था. हंगामा करते हुए परिजनों अस्पताल परिसर में तोड़फोड़ की है. और स्वास्थ्य कर्मियों के साथ मारपीट की है. जिसे स्वास्थ्य कर्मी काफी डरे हुए है.
परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप
परिजनों ने बताया है कि वो अपने बेटे के इलाज कराने के लिए 2 घंटे तक डॉक्टर एवं स्वास्थ्य कर्मियों को खोजबीन करते रहे. लेकिन कोई भी समय पर इलाज करने नहीं आया. समय पर इलाज नहीं होने के कारण मेरे बेटे की मौत हुई है. अगर समय से इलाज होता तो वह बच सकता था.
पिछले 8 दिनों में यह तीसरी घटना है
बता दें कि MMCH में इसे पहले भी मरीज के परिजनों ने हंगामा किया है. बीते 8 दिनों में ये तीसरी घटना है. जब अस्पताल परिसर में परिजनों ने हंगामा किया और स्वास्थ्य कर्मियों के साथ मारपीट की.
स्वास्थ्य कर्मी हड़ताल पर चले गये हैं
अस्पताल में हुए हंगामें और मारपीट के बाद स्वास्थ्य कर्मी हड़ताल पर चले गये हैं. स्वास्थ्य कर्मीयों का कहना है कि वो इस कोरोना काल में अपनी और अपने परिवार की चिंता किये बगैर मरीजों की सेवा कर रहे है. इसके बाद भी उनके साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है. ऐसे में वो कैसे काम करेंगे. स्वास्थ्य कर्मी अपनी सुरक्षा की मांग कर रहें है.
मौके पर पहुंची डीडीसी, सदर एसडीएम स्वास्थ्य कर्मी को समझाने में लगे
कोरोना काल में स्वास्थ्य कर्मियों का हड़ताल में चले जाना अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए परेशानी उत्पन्न कर सकती है. बता दें कि कोरोना के बढ़ते मामलों के साथ- साथ अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या में भी इजाफा हुआ है. ऐसे में हड़ताल पर स्वास्थ्य कर्मीयों के जाने से कई मरीजों की जान भी जा सकती है.घटना की सूचना के बाद अस्पताल पहुंचे डीडीसी, सदर एसडीएम, थाना प्रभारी. और मामले को शांति कराने की कोशिश में लगे है.पुलिस ने हंगामा मारपीट के आरोप में कई लोगों को हिरासत में ले लिया है.
परिजनों को नियंत्रित रहना चाहिए- सिविल सर्जन
जिले के प्रभारी सिविल सर्जन डॉ अनिल श्रीवास्तव ने लगातार न्यूज़ को बताया कि ऐसी घटना पिछले 10 दिनों में तीन बार हो चुकी है.परिजनों को नियंत्रित रहना चाहिए .हम और हमारा पूरा स्टाफ पूरे प्रयास में लगा है कि इस महामारी से किसी की मौत ना हो.
आज अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस
आपको बता दे कि आज अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस है.यह दिन प्रत्येक वर्ष 12 मई को मनाया जाता है .इस दिन नर्सों का सम्मान किया जाता है .लेकिन आज एमएमसीएच के कोविड-19 में तैनात नर्सों के साथ दुर्व्यवहार किया गया.