Washington : पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान की गिरफ्तारी की दुनियाभर में आलोचनाएं हो रही हैं. इस बीच अमेरिका और ब्रिटेन के विदेश मंत्रियों ने पाकिस्तान में लोकतांत्रिक सिद्धांतों और कानून के शासन का सम्मान और पालन करने का आह्वान किया है. साथ ही व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरीन जीन-पियरे ने एक प्रेसवार्ता कर पाकिस्ताम की मौजूदा वस्तुस्थिति पर बात की. प्रेस सचिव कैरीन जीन-पियरे ने कहा कि हम पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी से वाकिफ हैं. जैसा कि हमने पहले कहा है कि अमेरिका एक राजनीतिक उम्मीदवार या पार्टी बनाम अन्य को लेकर कोई रुख नहीं रखता है. कहा कि हम दुनिया भर में लोकतांत्रिक सिद्धांतों और कानून के शासन का सम्मान करने का आह्वान करते हैं. (पढ़ें, दिल्ली एयरपोर्ट पर फिर साथ दिखे राघव चड्डा और परिणीति चोपड़ा, 13 मई को दिल्ली में होगी सगाई !)
#WATCH | “We just want to make sure that whatever happens in Pakistan is consistent with the rule of law, with the constitution,” US Secretary of State Antony Blinken told a joint news conference in Washington.#ImranKhanArrest pic.twitter.com/LVl0dwtKJR
— ANI (@ANI) May 10, 2023
पाकिस्तान में हर कुछ कानून और संविधान के अनुरूप होना चाहिए
दूसरी तरफ ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि वे चाहते हैं कि पाकिस्तान में कानून के शासन का पालन किया जाये. वहां जो कुछ भी हो, वह कानून और संविधान के अनुरूप होना चाहिए. क्लेवरली ने कहा कि ब्रिटेन का पाकिस्तान के साथ पुराना और घनिष्ठ रिश्ता है. हम उस देश में शांतिपूर्ण लोकतंत्र देखना चाहते हैं. हम कानून के शासन का पालन होते देखना चाहते हैं.
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रेंजर्स ने कांच की खिड़की तोड़कर अंदर की थी खान की गिरफ्तारी
बता दें कि पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान मंगलवार को इस्लामाबाद हाई कोर्ट में कुछ मामलों में सुनवाई के लिए पहुंचे थे. इमरान खान कोर्ट के अंदर अपने बायोमैट्रिक्स करा रहे थे, तभी रेंजर्स ने कांच की खिड़की को तोड़ दिया और वकीलों एवं खान के सुरक्षा कर्मचारियों की पिटाई करने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद समर्थकों ने रावलपिंडी में सेना मुख्यालय और लाहौर में कोर कमांडर के आवास पर धावा बोल दिया था. बेकाबू भीड़ को काबू करने के लिए सेना ने फायरिंग की थी. क्वेटा में भी पीटीआई कार्यकर्ता पर गोली चलायी गयी थी. गिरफ्तारी के बाद सरकार ने यूट्यूब, फेसबुक और ट्विटर पर पाबंदी लगा दी है. पूरे पाकिस्तान में इंटरनेट बंद है.
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