Ghazipur : उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से बड़ी खबर आयी है. प्रवर्तन निदेशालय(ED) ने बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी पर बड़ी कार्रवाई की है. खबर है कि ED ने दिल्ली, लखनऊ, गाजीपुर और मऊ में मुख्तार अंसारी और उसके करीबियों के कई ठिकानों पर रेड की है. मुख्तार के मुहम्मदाबाद स्थित घर पर भी छापा मारा गया है. दोबारा सत्ता में योगी आदित्यनाथ के आते ही मुख्तार अंसारी पर एक्शन शुरू हो गया है.
Enforcement Directorate (ED) is conducting raids on BSP MP and his brother Mukhtar Ansari in a money laundering case. 11 locations have been covered in this search. pic.twitter.com/kI8uOA1hev
— ANI (@ANI) August 18, 2022
जानकारी के अनुसार ईडी की टीम गुरुवार सुबह ही मुहम्मदाबाद स्थित मुख्तार अंसारी के घर पहुंची और जांच शुरू कर दी. वहीं, ईडी टीम ने विक्रम अग्रहरि, गणेश मिश्रा, खान बस सर्विस के मालिक के ठिकानों पर भी छापा मारा है. ईडी की कई टीमें छापेमारी कर रही हैं.
पंजाब में मुख्तार को VVIP ट्रीटमेंट मिलने पर जांच के आदेश
साथ ही मुख्तार अंसारी पर बड़ा खुलासा हुआ है. पंजाब की आप सरकार ने हाल ही में मुख्तार अंसारी के रूपनगर जेल में बंद होने पर VVIP ट्रीटमेंट देने के आरोप में जांच के आदेश दिये थे. जांच के क्रम में जानकारी सामने आयी है कि पंजाब की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने अंसारी का केस लड़ने के लिए सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के लिए वकील रखा था.
वकील पर 11 लाख रुपये प्रति सुनवाई के हिसाब से कुल 55 लाख रुपये दिये गये.खबर है कि वकील ने सुनवाई न होने के दिन भी 5 लाख रुपए चार्ज मांगा था. वकील के इन बिलों का आप सरकार ने भुगतान करने से मना कर दिया है.
पंजाब के जेल मंत्री हरजोत बैन्स ने कहा, हम इन बिलों का भुगतान क्यों करें
पंजाब के जेल मंत्री हरजोत बैन्स ने कहा, हम इन बिलों का भुगतान क्यों करें, जिन्हें गैंगस्टर को बचाने में खर्च किया गया है. उन्होंने बताया कि हमने इस मामले में FIR दर्ज करने की भी मांग की है. पंजाब में मुख्तार अंसारी 2 साल और 3 महीने तक जेल में रहे. यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने मुख्तार अंसारी को वापस लाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मुख्तार को यूपी के बांदा जेल लाया गया था.