Ranchi: चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा मंगलवार से विक्रम संवत 2081 की शुरुआत होगी. हिंदू नववर्ष का सनातनी श्रद्धाभाव से स्वागत करेंगे. कहीं सूर्य देव को दीप दान तो कहीं पूजन और आरती उतार मंगल कामनाएं की जाएगी. साथ ही इसके प्रति लोगों को जागरूक करने का सामूहिक संकल्प भी लिया जाएगा. एक-दूसरे को बधाई देने का सिलसिला सुबह से देर रात तक चलेगा.
बाला जी मंदिर में होंगे विशेष अनुष्ठान
श्रीलक्ष्मी वेंकटेश्वर बाला जी मंदिर में मंगलवार को नव संवत्सर के शुभारंभ मौके पर विशेष अनुष्ठान किये जाएंगे. मंदिर के रंजन सिंह ने बताया कि भगवान श्रीमन्नारायण ने ब्रह्माजी के रूप में सृष्टि की रचना इसी दिन की थी. इसी के निमित्त मंदिर में श्रीलक्ष्मी वेंकटेश्वर के ब्रह्ममुहूर्त में विविध रूप से आध्यात्मिक अनुष्ठान किये जाएंगे. अभिषेक, आराधना, स्तुति, महाआरती, नैवेद्य और गोष्ठी आदि अनुष्ठानों का सिलसिला दोपहर बाद तक चलेगा. उन्होंने बताया कि इस बीच सुबह साढ़े आठ बजे पंचांग पाठ के माध्यम से राशिफल, मासफल, वर्षफल और संवत्सर फल सुनाया जाएगा. माना जाता है कि भगवान के समक्ष पंचांग फल श्रवण करने से लोग दैवज्ञ हो जाते हैं. जातक के विपरीत चल रहे ग्रह दशा अनुकूल प्रभाव में कार्य करने लगते हैं.