Ranchi : राज्य के सबसे बड़े सदर अस्पताल में 15 साल के बाद मंगलवार को इंतजार खत्म हो जाएगा. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता दिन के 11:30 बजे सांसद संजय सेठ और विधायक सीपी सिंह की मौजूदगी में इसका उद्घाटन करेंगे. रांची के सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार ने बताया कि मंगलवार को उद्घाटन के बाद मरीजों को इलाज की सुविधा इस परिसर में मिलने लगेगी. बता दें कि सदर अस्पताल भवन का निर्माण वर्ष 2007 से किया जा रहा था. जी प्लस आठ के इस भवन में मरीजों को सुपरस्पेशलिटी सुविधा दी जाएगी. साथ ही विभिन्न विभागों के ओपीडी और मॉड्यूलर ओटी में ऑपरेशन की सुविधा मिलेगी.
ग्राउंड फ्लोर में मरीजों को इमरजेंसी और ओपीडी की मिलेगी सुविधा
सिविल सर्जन ने बताया कि सदर अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर में ओपीडी और इमरजेंसी की सुविधा दी जाएगी. इमरजेंसी 24 घंटे संचालित रहेगा. इमरजेंसी में सभी सुविधाओं से लैस 16 बेड पर मरीजों को इलाज की सुविधा मिलेगी. वहीं ओपीडी में मेडिसिन, सर्जरी, पीडियाट्रिक, ऑब्स गाइनी, मनोचिकित्सा, स्कीन ऑर्थो, एनसीडी कैंसर स्क्रीनिंग, हेमाटोलॉजी, कार्डियोलॉजी विभाग में मरीजों को परामर्श की सुविधा मिलेगी.
कार्डियोलॉजी, हेमाटोलॉजी, जेनेटिक्स विभाग की सुविधा एक अप्रैल से होगी बहाल
सदर अस्पताल में एक अप्रैल से कार्डियोलॉजी, हेमाटोलॉजी और जेनेटिक्स विभाग के चिकित्सक मरीजों को परामर्श के लिए उपलब्ध रहेंगे. आयुष्मान योजना के तहत डॉ राजेश कुमार झा हृदय रोगियों को परामर्श देंगे. वहीं हेमाटोलॉजी विभाग में डॉ अभिषेक रंजन मरीजों को परामर्श देंगे. हेमाटोलॉजी में थैलेसिमिया, ब्लड कैंसर, सिकल सेल एनीमिया से ग्रसित रोगियों को बेहतर परामर्श मिल सकेगा. बता दें कि अब तक इस विभाग की सुविधा किसी भी सरकारी अस्पताल में नहीं मिलती है. वहीं जेनेटिक्स विभाग में डॉ अजय मलकानी जन्म से पहले नवजात बच्चों में होने वाली परेशानी को भांप कर उनका इलाज और जांच करेंगे.
टीएमटी, ईसीजी, इको की मिलेगी सुविधा, 24 घंटे पैथोलॉजी जांच की सुविधा
सरकारी दर पर टीएमटी, ईसीजी और इको के लिए सिर्फ रिम्स पर आश्रित रहने की जरूरत नहीं होगी. सदर अस्पताल में मरीजों को अब टीएमटी, ईसीजी और इको की सुविधा मिलेगी. ईसीजी की सुविधा 24 घंटे मरीजों को दी जाएगी. इसके अलावा सदर अस्पताल में मरीजों को पैथोलॉजी जांच और एक्सरे की सुविधा 24 घंटे मिल सकेगी. रांची सिविल सर्जन ने दावा किया कि किसी भी तरह की खून जांच के लिए निजी केंद्रों के भरोसे नहीं रहना होगा.
520 बेड पर इलाज की सुविधा मिलेगी, 500 कर्मी संभालेंगे व्यवस्था
सदर अस्पताल के उद्घाटन के बाद से मरीजों को 520 बेड पर इलाज की सुविधा मिलेगी. व्यवस्था को संभालने के लिए 500 कर्मी मौजूद रहेंगे. सभी फ्लोर पर अलग से फ्लोर मैनेजर रहेंगे. इसके अलावा फ्लोर स्टॉफ, सुपरवाइजर भी रहेंगे, जिनका काम फ्लोर में मरीजों को होने वाली सभी तरह की समस्या का निदान करना होगा.
एनसीडी विभाग में मरीजों का रखा जाएगा ध्यान
सिविल सर्जन ने बताया कि एनसीडी विभाग की शुरुआत की जाएगी. जिसमें पेलेटिव केयर का ध्यान रखा जाएगा. इसमें डायबिटीज, बीपी, कैंसर के एंड स्टेज मरीजों को इलाज की सुविधा मिलेगी. इस केंद्र में मरीजों को अधिक तकलीफ नहीं हो, इसको लेकर विशेष ध्यान रखा जाएगा और उनके जीवन की अवधि को बढ़ाने की कोशिश की जाएगी.
ग्राउंड फ्लोर में रहेगी ये व्यवस्था
नए भवन में सेंट्रलाईज्ड ओपीडी की व्यवस्था होगी. ग्राउंड फ्लोर जी-1 में पीडियाट्रिक ओपीडी, जी-2 में स्किन और वीडी, जी-3 में सर्जरी, जी-4 में मेडिसिन, जी-5 में ऑर्थोपेडिक, जी-6 ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी, जी-7 में एनसीडी कैंसर स्क्रीनिंग, जी-9 में ड्यूटी डॉक्टर रूम, जी-10 में इमरजेंसी ओपीडी, जी-11 में नर्स ड्यूटी रूम, जी-12 में इमरजेंसी वार्ड और ग्राउंड फ्लोर में ही माइनर ऑपरेशन थिएटर, एक्सरे रूम व अन्य की व्यवस्था होगी.
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