- कब और कहां हो रही फॉगिंग, सवाल उठा रहे लोग
- हजारीबाग में बढ़ा मच्छरों का प्रकोप, मलेरिया और डेंगू पहले ही दे चुका है दस्तक
Pramod Upadhyay
Hazaribagh : हजारीबाग में इन दिनों मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है. इसके साथ ही मलेरिया और डेंगू दस्तक भी दे चुका है. लोग एहतियात भी बरत रहे हैं. जिला प्रशासन की ओर से एडवाइजरी भी जारी कर दी गई है. इसके अलावा शहरवासी वार्ड-दर-वार्ड फॉगिंग नहीं किए जाने की बात कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि कायदे से फॉगिंग होती, तो मच्छरों का प्रकोप घटता. लेकिन न फॉगिंग का कहीं धुआं दिखाई देता है और न उसकी गाड़ी. तो कैसे मान लें कि नगरीय सुविधा और बीमारियों से बचाव के लिए हर व्यवस्था पर टैक्स लेनेवाला नगर निगम शहरवासियों के लिए कुछ सोच रहा है. इधर नगर निगम का दावा है कि हर रोज दो से तीन वार्डों में फॉगिंग हो रही है. वहीं नगरवासी सवाल उठा रहे हैं कि कब और कहां फॉगिंग हो रही है. इस संबंध में जब नगर निगम के सिटी मैनेजर से बात की गई, तो उन्होंने वार्डों में हुई फॉगिंग का दावा तो किया, लेकिन यह नहीं बता पाए कि किन-किन वार्डों में फॉगिंग हुई है. उन्होंने कहा कि छह माह से फॉगिंग हो रही है.
पुलिस लाइन में नहीं हुई है फॉगिंग : राणा प्रताप सिंह
जवान राकेश कुमार सिंह ने कहा कि पुलिस लाइन में फॉगिंग नहीं हुई है. रात में क्या, दिन में भी बैरक में मच्छरों का प्रकोप रहता है. अगर रात में मच्छरदानी नहीं रहे, तो सोना मुश्किल हो जाएगा. नगर निगम को चाहिए कि पुलिस लाइन में भी फॉगिंग हो.
ऊपर सड़क से ही फॉगिंग गुजर गई : अरविंद कुमार
नूरा वार्ड नंबर 3 के अरविंद कुमार ने बताया कि तीन माह पहले फॉगिंग हुई थी. उसके बाद फॉगिंग का कहीं अता-पता नहीं है. वह भी मोहल्ले में नहीं ऊपर सड़क से ही फॉगिंग गुजर गई. गली में फॉगिंग नहीं हुई, तो मच्छर कहां से भागेगा.
ऐसे कैसे बच पाएंगे मलेरिया और डेंगू से : शहजाद अंसारी
वार्ड नंबर-2 के शहजाद अंसारी ने कहा कि ऐसे मलेरिया और डेंगू से कैसे बच पाएंगे. बचाव के लिए तो प्रशासन ने सुझाव दे दिया. लेकिन मच्छर कैसे भागेंगे. ऐसे में मोहल्ले में मच्छरों का प्रकोप बढ़ा हुआ है. राहत इस बात का है कि डेंगू से बचे हुए हैं.
मच्छरदानी और केमिकल अगरबत्ती से बचा रहे जान : छोटन यादव
वार्ड नंबर-4 के छोटन यादव ने बताया कि मच्छरदानी और केमिकल अगरबत्ती के भरोसे जान बचा पा रहे हैं. फॉगिंग के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है. केमिकल अगरबत्ती के धुएं से सांस लेने में परेशानी होती है. लेकिन मच्छर भगाने का और क्या उपाय करें.
टैक्स लेने में आगे, सुविधा देने में पीछे : आबिद अंसारी
वार्ड नंबर 11 के आबिद अंसारी ने कहा कि नगर निगम टैक्स लेने में आगे है, लेकिन सुविधा देने में कोसों पीछे है. अभी शहरवासी मच्छरों के प्रकोप से परेशान हैं. लेकिन उनकी परेशानी दूर करने की किसको फिक्र है. उन्होंने फॉगिंग होते हाल में नहीं देखा है. ऐसे में लोगों को मलेरिया हो जाए, तो कौन जिम्मेवारी उठाएगा.
मच्छरों की वजह से कोई काम नहीं हो रहा : कांति देवी
वार्ड नंबर-19 की महिला कांति देवी ने कहा कि मच्छरों ने इस कदर परेशान कर रखा है कि कोई काम नहीं हो पा रहा है. घर में दिन में भी जहां बैठें, वहीं मच्छर भुनभुनाने लगते हैं. ऐसे में कोई कामकाज नहीं हो पाता है. ओवर एज होने के कारण घर में रहते हैं. दिन में भी मच्छरदानी के अंदर रहना पड़ता है.
महीनों से नहीं की गई फॉगिंग : उषा देवी
वार्ड नंबर 18 की उषा देवी ने बताया कि नगर निगम सफेद झूठ बोलता है. महीनों से फॉगिंग नहीं की गई है. अगर फॉगिंग होती, तो इतने मच्छर कहां से आते. किसी को कुछ बताने की जरूरत नहीं है. शहरवासियों को पता है कि कितनी सुविधाएं मिल रही हैं और उनसे क्या टैक्स लिया जा रहा है.
हर दिन तीन वार्डों में हो रही फॉगिंग : सिटी मैनेजर
नगर निगम के सिटी मैनेजर राजीव रंजन ने बताया कि नगर निगम के पास तीन फॉगिंग मशीन है. इसमें दो कोल्ड और एक हॉट फॉगिंग है. कोल्ड फॉगिंग मशीन में पानी मिलाकर और हॉट मशीन में डीजल मिलाकर छिड़काव किया जाता है. प्रत्येक दिन तीनों मशीन का वार्ड-दर-वार्ड इस्तेमाल किया जा रहा है. एक दिन में तीन वार्डों में फॉगिंग हो रही है. पुलिस लाइन की बात नहीं करेंगे. कई गलियों में गाड़ी नहीं घुसती है, तो ऐसे में क्या किया जा सकता है.
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