Kolkata : पश्चिम बंगाल के मंत्री और टीएमसी नेता अखिल गिरि द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर विवादित टिप्पणी किये जाने से बवाल मच गया है. बता दें कि टीएमसी नेता ने नंदीग्राम में राष्ट्रपति के लुक को लेकर टिप्पणी की थी. कहा था कि हम किसी को उनकी शक्ल से नहीं आंकते, हम भारत के राष्ट्रपति के पद का सम्मान करते हैं, लेकिन हमारी राष्ट्रपति कैसी दिखती हैं?
#WATCH | “We don’t judge anyone by their appearance, we respect the office of the President (of India). But how does our President look?,” says West Bengal Minister and TMC leader Akhil Giri in Nandigram (11.11.2022) pic.twitter.com/UcGKbGqc7p
— ANI (@ANI) November 12, 2022
Akhil Giri, minister in Mamata Banerjee’s cabinet, insults the President, says, “We don’t care about looks. But how does your President look?”
Mamata Banerjee has always been anti-Tribals, didn’t support President Murmu for the office and now this. Shameful level of discourse… pic.twitter.com/DwixV4I9Iw
— Amit Malviya (@amitmalviya) November 11, 2022
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी आदिवासी विरोधी है
बंगाल भाजपा ने दावा किया कि जब उन्होंने यह टिप्पणी की तो ममता बनर्जी कैबिनेट की महिला कल्याण विभाग की मंत्री शशि पांजा भी वहां मौजूद थीं. भाजपा ने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समुदाय से हैं. आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी आदिवासी विरोधी है. तृणमूल कांग्रेस नेता के बयान के बाद CM ममता बनर्जी बैकफुट पर हैं.
खबरों के अनुसार टीएमसी नेता नंदीग्राम निर्वाचन क्षेत्र में आयोजित शहीद दिवस समारोह में बोल रहे थे. इस क्रम उन्होंने नेता विपक्ष सुवेंदु अधिकारी को निशाने पर लेते हुए कहा कि वह (सुवेंदु अधिकारी) कहते हैं कि मैं सुंदर नहीं हूं. वह कितने सुंदर हैं? इसके बाद उन्होंने अधिकारी को चुनौती देते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का नाम लिये बिना उन्हें घसीटा.
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ममता ने चुनाव में राष्ट्रपति का समर्थन नहीं किया : भाजपा
भाजपा नेता अमित मालवीय ने अखिल गिरि के इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए आरोप लगाया कि ममता बनर्जी हमेशा से आदिवासी विरोधी रही हैं. कहा कि चुनाव में उन्होंने मुर्मू का समर्थन नहीं कि या और अब यह अभिव्यक्ति का शर्मनाक स्तर. जान लें कि इस मामले में अभी बंगाल की CM के ममता बनर्जी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है.
चौतरफा घिरने पर अपने बयान को लेकर मंत्री अखिल गिरि ने माफी मांगी
बात बढ़ने पर आज शनिवार सुबह संवाददाताओं से बातचीत के दौरान गिरि ने माफी मांगी. गिरी ने कहा, मेरा आशय माननीय राष्ट्रपति का अनादर करने से नहीं था. मैं केवल उन बयानों का जवाब दे रहा था जो भाजपा नेताओं ने मुझ पर हमला करते हुए दिये हैं. हर दिन अपने रूप के कारण मैं मौखिक हमले का शिकार होता हूं. यदि किसी को लगता है कि मैंने राष्ट्रपति का अनादर किया है, तो मैं इस बयान के लिए माफी मांगता हूं. देश के राष्ट्रपति का मैं बहुत सम्मान करता हूं.
अर्जुन मुंडा ने कहा, 10 करोड़ से अधिक आदिवासियों की भावनाओं को आहत किया
भारतीय जनता पार्टी ने मंत्री अखिल गिरि को बर्खास्त करने की मांग की है. केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से गिरि के बयान के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की और यह स्पष्ट करने को कहा कि किसके इशारे पर उन्होंने इस तरह की दुर्भाग्यपूर्ण’ और अभद्र टिप्पणी की, मुंडा ने कहा कि उन्होंने 10 करोड़ से अधिक आदिवासियों की भावनाओं को आहत किया है और देश के लोकतांत्रिक मूल्यों को चोट पहुंचाई है.