Ranchi : किसी का भी फोन नंबर का कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर ) निकालना कानूनी तौर पर गलत है. झारखंड में अवैध खनन की जांच कर रही ईडी को सीडीआर से लेकर दर्जन भर डिजिटल उपकरणों से प्रेम प्रकाश से जुड़े कई मामले की जानकारी मिली है.गौरतलब है कि ईडी ने पिछले महीने प्रेम प्रकाश के अशोक नगर आवास दो मोबाइल फोन नंबरों (78920XXXX और 854101XXXX) के कॉल विवरण रिकॉर्ड (सीडीआर) को जब्त किया था. पहले मोबाइल नंबर का सीडीआर 58 पेज का और दूसरे नंबर का सीडीआर 31 पेज का था. ऐसे में सवाल उठता है झारखंड पुलिस पुलिस विभाग में कौन है प्रेम प्रकाश का सहयोगी, जिसने उसे दो नंबर का सीडीआर निकाल कर दिया था. पढ़ें – बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के 70 छात्रों का दल एजुकेशनल टूर पर नार्थ इंडिया रवाना, कुलपति का जताया आभार
NIA के पूर्व ASP के खिलाफ मामला दर्ज हो चुका है
सीबीआई ने अगस्त 2020 में एनआईए के पूर्व अधिकारी जलज श्रीवास्तव के खिलाफ केस दर्ज किया था. यह मामला तब का है जब जलज श्रीवास्तव एनआईए में एएसपी पद थे. उनपर अपने पद का दुरुपयोग कर सीबीआई के एक मामले में एक अन्य आरोपी को सीडीआर उपलब्ध कराने का आरोप लगा था. यह मामला एक दिसबंर, 2017 से लेकर 24 अगस्त, 2018 के बीच का है. सीबीआई को एनआईए के तरफ से डीआईजी अंकित गर्ग ने लिखित तौर पर शिकायत भेजा था. जिसके आधार पर एफआईआर दर्ज किया गया था.
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कानूनी तौर पर सीडीआर निकालना गलत
कानूनी तौर पर सीडीआर निकालना गलत है. सीबीआई, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट, इंटेलिजेंस ब्यूरो, पुलिस, एनआईए, एटीएस, एनसीबी और जितनी भी जांच एजेंसियां हैं, उन्हें किसी मामले की जांच के दौरान सीडीआर की जानकारी जुटाने का अधिकार है. लेकिन इसके लिए भी अनुमति लेना जरूरी है. साल 2014 बॉम्बे हाईकोर्ट ने Securities and Exchange Board of India यानी SEBI को CDR एक्सेस की अनुमति दी, ताकि मार्केट फ्रॉड की जांच हो सके. उसे रोका जा सके.
नियम कहता है कि एसपी, डीसीपी रैंक का अधिकारी ही जांच में शामिल व्यक्ति की सीडीआर के लिए मोबाइल नेटवर्क सर्विस देने वाली कंपनियों के नोडल ऑफिसर को लिख सकता है. जानकारी मांग सकता है. आम तौर पर जिन व्यक्तियों की सीडीआर चाहिए होती है, उन नंबरों को पुलिस स्टेशन उन अधिकारियों को भेजता है, जिन्हें ये अधिकार मिला है कि वो सीडीआर के लिए मोबाइल नेटवर्क सर्विस देने वाली कंपनियों को रिक्वेस्ट भेज सकें. जिन पुलिस अधिकारियों को ये अधिकार मिला है, वो इन नंबरों को संबंधित कंपनियों को मेल कर देते हैं.
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