Lagatar Desk: विश्वम स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ‘ओमीक्रॉन’ को लेकर हाई रिक्स चेतावनी जारी की है. WHO का कहना है कि ओमीक्रॉन से जोखिम बहुत ज्यादा है. इसके दुनियाभर में फैलने की आशंका है. वहीं कुछ स्थानों पर इस वायरस के गंभीर परिणाम हो सकते हैं. संयुक्त राष्ट्र की हेल्थ एजेंसी ने एक टेक्निकल नोट जारी किया है. जिसमें बताया गया है कि ओमीक्रॉन के मामलों में बड़ा उछाल देखने को मिल सकता है. अगर ऐसा हुआ तो इसके परिणाम गंभीर हो सकते हैं.
The first photo of the #OmicronVariant (B.1.1.529), SARS-CoV-2 Variant of Concern, at the Bambino Gesù Children’s Hospital in Rome pic.twitter.com/tCuujpeqsY
— Dimitrios Varvaras MD, PhD (@MdVarvaras) November 28, 2021
कोरोना का डेल्टा वैरिएंट भारत में मचा चुका है कहर
भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के पीछे का कारण डेल्टा वैरिएंट था. सरकार इस बार पूरी सावधानी बरत रही है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने संशोधित नियम भी लागू किए हैं. वहीं डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि दक्षिण अफ्रीका और दुनियाभर के शोधकर्ता ओमीक्रॉन के कई पहलुओं को बेहतर ढंग से समझने के लिए अध्ययन कर रहे हैं. जानकारी उपलब्ध होते ही इन अध्ययनों के निष्कर्षों को साझा करना जारी रखेंगे. संगठन ने अपने 194 सदस्य देशों से टीकाकरण को बढ़ावा देने और आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं को सुनिश्चित करने का आग्रह किया है.
दक्षिण अफ्रीका में मिला है ओमीक्रॉन वैरिएंट
दुनिया कोरोना वायरस के प्रकोप से ठीक से संभल भी नहीं पाई है कि इस वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने दुनिया भर में सनसनी फैलाने का काम किया है. दक्षिण अफ्रीका में मिले इस वैरिएंट को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी चिंता दर्ज कराई है. इटली के रिसर्चर्स ने कोविड-19 ओमीक्रॉन वैरिएंट वायरस की पहली तस्वीर भी जारी कर दी है.
बेम्बिनो गेसो अस्पताल की रिसर्च में दिखी तस्वीर
इस तस्वीर को रोम के बेम्बिनो गेसो अस्पताल में किए गए रिसर्च के बाद लिया गया है. इस रिसर्च को प्रोफेसर कार्लो फेदेरिको पर्नो ने को-ऑर्डिनेट किया और मिलान के स्टेट यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर क्लॉडिया अल्टेरी ने इस रिसर्च को सुपरवाइज किया. इस तस्वीर में ओमीक्रॉन स्पाइक प्रोटीन की संरचना को देखा जा सकता है. इस तस्वीर से साफ होता है कि ओमीक्रॉन का म्यूटेशन रेट डेल्टा वैरिएंट से कहीं ज्यादा है. इधर स्कॉटलैंड में ओमीक्रॉम कोरोना वायरस के छह मामले आये हैं. वहीं बात करें यूके कि तो यहां भी अबतक कुल 9 पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं. जिसके बाद इन देशों में स्वास्थ्य विभाग हाई अलर्ट पर है.
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