Ranchi : नगरीय प्रशासन निदेशालय में कॉन्ट्रैक्ट पर बहाल रामगढ़ की सिटी मिशन मैनेजर शशिकला कुमारी गंभीर आरोपों के बावजूद पद पर बनी हुई हैं. वित्तीय अनियमितता और विभाग की गोपनीय दस्तावेजों को लीक करने के साथ-साथ उन पर कई आरोप लगे हैं. इन आरोपों के लिए उन्हें शो-कॉज भी होता है. निदेशालय को स्पष्टीकरण का संतोषजनक जवाब भी नहीं मिलता. इसके बाद भी उनकी कुर्सी कोई नहीं हिला पाता. वहीं दूसरी तरफ दूसरे सिटी मिशन मैनेजर्स की हालत निरीह प्राणी की तरह है. खराब परफॉर्मेंस पर सैलरी कट जाती है. लंबा Sick लीव लेने पर टर्मिनेट कर दिया जाता है, लेकिन गंभीर आरोपों के बावजूद निदेशालय शशिकला के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लेता है.
विभाग सह योजना विरोधी घृणित कार्यों में संलिप्त होने का आरोप
अक्टूबर 2021 को नगरीय प्रशासन निदेशालय ने शशिकला कुमारी को नोटिस भेजा था. जिसमें कहा गया था कि निदेशालय में प्रतिनियुक्ति के दौरान उन्हें डे-एनयूएल और एमवाईएस का काम दिया गया था, लेकिन दोनों में उन्होंने संतोषजनक काम नहीं किया. इसके साथ ही उन्होंने निदेशालय के अधिकारियों के खिलाफ आपत्तिजनक, तथ्यहीन और मनगढ़ंत बातें कही है. शशिकला पर निदेशालय की सूचनाएं लीक करने का भी आरोप लगा. विभाग के मुताबिक यह सभी चीजें एकरारनामे का उल्लंघन है. निदेशालय ने साफ तौर से अपने पत्र में लिखा कि शशिकला विभाग सह योजना विरोधी घृणित कार्यों में संलिप्त हैं.
इंटरनल मैटर कहकर कुछ भी बताने से इनकार कर रहे अधिकारी
जिस निदेशालय ने शशिकला पर घृणित कार्यों में संलिप्त होने का आरोप लगाया है. वहीं निदेशालय अब इस मामले पर कुछ भी बोलने से परहेज कर रहा है. शशिकला कुमारी ने अपने उपर लगे आरोपों का क्या जवाब दिया. उन पर क्या विभागीय कार्रवाई हुई या होगी, यह जानने के लिए विभाग के 4 अफसरों से बात की गई, लेकिन सभी ने इस मामले से पल्ला झाड़ लिया. डीएमए के एचआर अजीत कुमार ने पहले तो इस मामले से अनभिज्ञता जताई. फिर उन्होंने इसे इंटरनल मैटर बताते हुए कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया. निदेशक विजया जाधव से भी संपर्क करने की कोशिश की गयी, लेकिन संपर्क नहीं हो सका.
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