LagatarDesk: खाने के स्वाद को बेहतर बनाने के लिए हमारे भोजन में मसाले डाले जाते हैं. भारतीय अपने मसालों से बहुत प्यार करते हैं. भारत के हर राज्य में अलग-अलग तरह के मसालेदार खाने देखने को मिल जायेंगे. हर जगह भोजन को बनाने का अलग-अलग तरीका होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि अत्यधिक मसालेदार भोजन पेट की कई समस्याओं का कारण बन सकता है.
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मसालेदार भोजन का सेवन बन सकता है बीमारियों का कारण
मसालेदार भोजन का अधिक सेवन पेट की विभिन्न बीमारियों के उत्पन्न होने कारण हो सकता है. इन समस्याओं के पीछे मुख्य कारण मसालेदार भोजन में उच्च अम्लीय सामग्री की उपस्थिति है. मसालों में बहुत सारे विटामिन और पोषक तत्व पाये जाते हैं. लेकिन अधिक मात्रा में इसका सेवन हमारे शरीर पर बुरा प्रभाव डाल सकता है.
- अधिक मसालेदार भोजन से भूख कम लगती है. मसालेदार भोजन का लिमिट में सेवन करना शरीर के लिए अच्छा है. एक हफ्ते में 2-3 बार मसालेदार भोजन खा सकते हैं. रोजाना इसका सेवन शरीर पर बुरा प्रभाव डाल सकता है.
- ऐसे भोजन संवेदनशील छोटी आंत में अल्सर (गैस्ट्रिक अल्सर) का कारण बन सकता है. इससे पेट में दर्द होना, चक्कर आना, उल्टी होना और वजन कम होने जैसी शारीरिक समस्या हो सकती है. अधिक तीखा खाना खाने से पेट में जलन की शिकायत हो जाती है. इससे बेचैनी भी हो सकती है.
- देर रात में मसालेदार भोजन नहीं करना चाहिए. यदि कोई व्यक्ति मसालेदार भोजन के कारण पाचन संबंधी समस्याओं का सामना कर रहा है, तो जल्द ही बाहर का खाना छोड़ दें. अपने पेट को नुकसान पहुंचाने से बचाने के लिए मसालेदार खाद्य पदार्थों का सेवन कम से कम करें.
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