अहम घोषणाएं
- अगले सत्र से सरकार करेगी निजी स्कूल का संचालन, आईआईएम प्रशिक्षित शिक्षक पढ़ायेंगे
- अगले पांच साल में हर खेत को पहुंचा देंगे पानी
Ranchi : मोरहाबादी मैदान में आयोजित झारखंड के 22वें स्थापना दिवस के मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी सरकार का रोड मैप जनता के सामने रखा. कई अहम घोषणाएं की. कहा कि गांव और ग्रामीण किसी भी देश और राज्य की अर्थव्यवस्था की मजबूत कड़ी होती है. ग्रामीण अर्थव्यवस्था ठीक हुए बिना विकास की परिकल्पना नहीं की जा सकती है. इसलिए सरकार अगले दस वर्षों में ग्रामीण अर्थव्यवस्था इतना मजबूत करेगी कि लोग अपना-अपना राशन कार्ड फाड़कर फेंक देंगे. घोषणा की कि सरकार अगले सत्र से निजी स्कूलों का संचालन कराएगी. इन स्कूलों में आईआईएम प्रशिक्षित शिक्षक पढ़ायेंगे. झारखंड में पानी और सिंचाई एक अहम सवाल रहा है. हमारी सरकार अगले पांच साल में हर खेत को पानी पहुंचाने का काम करेगी. अगर हम खेतों तक पानी पहुंचा दें तो किसान अपना और राज्य का विकास खुद ही कर लेंगे. क्योंकि हमारे किसान बहुत मेहनती हैं.
किसी को भूख से मरने नहीं दिया
सीएम ने कहा कि जो काम 20 वर्षों में होना चाहिए था, नहीं हुआ. कई सरकारें आयीं, गयीं. आंकड़ों के आधार पर सरकारें बनी और बिगड़ी. मगर 2019 में झारखंड में पहली बार यूपीए गठबंधन की चुनी हुई मजबूत सरकार बनी. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य गठन के साथ ही कई तरह की विडंबना शुरू हो गयी. उसी प्रकार हमारी सरकार गठित होते ही कई कठिन परिस्थतियां पैदा हुईं. सरकार गठन के फौरन बाद वैश्विक महामारी कोविड-19 का प्रकोप आ गया. जब दूसरे प्रदेशों में जलाने के लिए लकड़ी नहीं, दफनाने के लिए मिट्टी नहीं मिल रही थी. लाशें नदी और मैदान में फेंक दिया जा रहे थे, उस वक्त हमने सभी के सहयोग से इसे मात दी. किसी को भूख से मरने नहीं दिया. अपने सभी लोगों को दूसरे प्रदेश और विदेशों से वापस लाया. जब करोना समाप्त हुआ और जन-जीवन सामान्य होना शुरू हुआ, तब हमने अपना काम करना शुरू किया.
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सर्वजन पेंशन योजना सहित कई योजनाएं लाये
इस राज्य का पिछड़ापन और गरीबी वह अभिशाप है, जिसे दूर करना हमारी सरकार की प्राथमिकता थी. हमने ऐसी-ऐसी योजनाएं लायी, जिसका सीधा लाभ गांव, ग्रामीण और गरीबों को मिल रहा है. एसटी-एसी और ओबीसी को सीएनटी-एसपीटी के कारण बैंक लोन नहीं देता है. मगर हम गारंटर बनकर 25 लाख तक लोन दे रहे हैं. फूलो-झानो योजना, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, देश की पहली एकलौती सर्वजन पेंशन योजना सहित कई योजनाएं लाये.
कर्मचारियों के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम लाया
राज्य गठन के बाद से ही कुछ ऐसी मांग रही, जिस पर कोई काम नहीं हुआ. हमने पारा शिक्षकों, आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाएं, कर्मचारियों की कई समस्याओं को दूर किया. पहले हमारे अफसर- कर्मचारी वीहड़ जंगलों में जाना नहीं चाहते थे, आज खुशी-खुशी जाकर सरकार की योजनाओं का लाभ दे रहे हैं. राज्य गठन के बाद जेपीएससी विवादों में रहा. मगर हमारे आने के बाद जेपीएससी से कई अफसर बने, कइयों को नौकरी मिली. हमने पुलिसकर्मियों की वर्षों की मांग पूरी की. हमने अफसर कर्मचारियों के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम लाने का काम किया. हमने छात्र-छात्राएं को प्रतियोगिता तैयारी के लिए कोंचिग की व्यवस्था, बाहर जाकर पढ़ने के लिए सहायता प्रदान करने, छात्रों को प्रोत्साहन राशि देने सहित कई योजनाएं लायी हैं. ये सभी योजनाएं निश्चित रूप से हमारे गरीब-ग्रामीणों के लिए लाभकारी सिद्ध होगी.
शिबू सोरेन बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए
समारोह में झामुमो प्रमुख और पूर्व सीएम शिबू सोरेन बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए. इस मौके पर कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय, मंत्री आलमगीर आलम, सत्यानंद भोक्ता, सांसद मुहआ माझी, सीएम की पत्नी कल्पना सोरेन, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह सहित झारखंड के कई अधिकारी उपस्थित थे.
विधानसभा से पारित सभी प्रस्ताव को केंद्र मंजूरी दे : अविनाश पांडेय
मौके पर विशिष्ट अतिथि के तौर पर मौजूद राष्ट्रीय कांग्रेस महासचिव और प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय ने कहा कि 2019 में जनता द्वारा चुनी गयी पूर्ण बहुमत वाली सरकार ने तमाम विपरीत परिस्थतियों के बावजूद जो काम किया है, वह सराहनीय है. हमने चुनाव में जो वादा किया, उसे हमारी गठबंधन की सरकार पूरी कर रही है. सरकार गठन के बाद दो वर्ष कोरोना महामारी में बीत गया. उसमें हमारी सरकार विजय पायी. इसके बाद विभिन्न कारणों से हमारी चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया गया. इसके बाद भी युवा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में यूपीए की सरकार ने हर मोर्चे पर बेहतर कार्य किया. उन्होंने कहा कि झारखंड की अस्मिता से जुड़े सरना धर्म कोड और 1932 के खतियान के आधार स्थानीय नीति समेत ओबीसी आरक्षण संबंधी प्रस्ताव विधानसभा से पारित करके केंद्र को भेजा है. हम उम्मीद करते हैं कि केंद्र सरकार इन प्रस्तावों को मंजूरी प्रदान करेगी.
सभी वादे पूरा करके ही हम फिर जनता के पास जाएंगे : आलमगीर आलम
कांग्रेस विधायक दल के नेता और मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि आज राज्य मिले 22 साल हो गए. इन 22 सालों में राज्य ने कई उतार-चढ़ाव देखे. पहली बार 2019 में एक चुनी हुई पूर्ण बहुमत की सरकार बनी. मगर कोरोना आ गया. सामूहिक मेहनत से कोरोना से हम उबरे. इसके बाद भी गाहे-बगाहे सरकार को अस्थिर करने का प्रयास हुआ. मगर हम डरे नहीं, डिगे नहीं. हमारे युवा सीएम हेमंत सोरेन के नेतृत्व में आज जो काम हो रहा है. वह किसी से छिपा नहीं है. आज लोगों के चेहरे पर मुस्कुराहट देखने को मिल रही है. हमारी सरकार ने सारी योजनाओं का चयन ग्रामीण, आदिवासी, दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक और किसानों के लिए किया है. जिसका सीधा लाभ मिल रहा है. हमारी उपलब्धियां अब हमे गिनाने की जरूरत नहीं है. हमने जो वादे किये, उन्हें पूरा कर रहे हैं. बाकी बचे वादों को पूरा करके ही हम जनता के पास फिर जाएंगे.
तीन साल में जितने काम किये, 20 साल में नहीं हुए थे : सत्यानंद भोक्ता
मौके पर मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि हमारे युवा सीएम हेमंत सोरेन के नेतृत्व में यूपीए गठबंधन की सरकार ने तीन साल में ऐसे-ऐसे काम कर दिए, जो विगत 20 साल में नहीं हुए. हमारे काम झारखंड के इतिहास के स्वर्ण अक्षरों में लिखे जाएंगे. झारखंड राज्य के गठन के अहम सवाल और मुद्दों को हमारी सरकार ने खत्म कर दिया. राज्य अब पूरी तरह से विकास की पटरी पर दौड़ रहा है. हम अगर स्कीम गिनाना शुरू करें, तो भाषण लंबा हो जाएगा. जनता ही सारे कामों को गिनाएगी.
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