LagatarDesk : देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनियों में से एक Wipro Ltd है. आपको बता दें कि गुरुवार को Wipro कंपनी का मार्केट पहली बार तीन लाख करोड़ के पार पहुंच गया. इसी के साथ Wipro देश की तीसरी सबसे बड़ी आईटी फर्म बन गयी. गुरुवार को शेयर बाजार की शुरुआत में कंपनी के शेयर 550 अंक मजबूत हुआ. इसी के साथ कंपनी का मार्केट कैप बढ़कर ₹ 3.01 ट्रिलियन हो गया है.
21 साल की उम्र में Wipro के चैयरमैन बने अजीम प्रेमजी
अजीम प्रेमजी का जन्म 1945 में मुंबई में हुआ था. अजीम मात्र 21 साल की उम्र में Wipro कंपनी के चेयरमैन बन गये. अजीम प्रेमजी ने मुंबई में पढ़ाई पूरी की है. इसके बाद उन्होंने अमेरिका के स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग का कोर्स किया. इसके बाद अजीम प्रेमजी के पिता की असामयिक निधन हो गया. जिसके बाद प्रेमजी ने 1966 में अपना फैमली बिजनेस संभालने लगे. अजीम प्रेमजी 75 साल के उम्र में भी पूरे जोश और उत्साह के साथ काम करते हैं. 1945 में अजीम प्रेमजी ने वेस्टर्न इंडियन वेजीटेबल प्रोडक्ट्स लिमिटेड को Wipro के रुप में स्थापित किया.
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अजीम प्रेमजी के पिता ने की थी Wipro की स्थापना
अजीम के पिता मोहम्मद हशेम प्रेमजी कारोबारी थे. उनके पिता चावल के बड़े व्यापारी भी थे. उन्होंने वेस्टर्न इंडियन वेजीटेबल प्रोडक्ट्स लिमिटेड की स्थापना हुई थी. इस कंपनी में डालडा घी और रिफाइंड तेल का प्रोडक्शन होता था. वेजिटेबल शोर्टनिंग कंपनी का सबसे पुराना प्रोडक्ट है.
भारतीय रईसो की लिस्ट में भी शामिल
Wipro के संस्थापक और चेयरमैन अजीम प्रेमजी का नाम पूरी दुनिया में मशहूर है. प्रेमजी ने अपनी मेहनत से Wipro को एक नयी पहचान दी है. प्रेमजी का नाम भारत के रईसों की लिस्ट में भी शामिल है. अजीम रईस के साथ-साथ काफी दानी भी है. हुरून इंडिया लिस्ट के अुनसार, कोरोना काल में उन्होंने 22 करोड़ रुपये दान दिये हैं. आइए जानते हैं कैसे अजीम प्रेमजी के नेतृत्व में विप्रो सफलता की नई ऊचांईयों को छु रहा है.
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