Kiriburu : करमपदा लौह अयस्क खदान प्रबंधन का रैक लोडिंग कार्य में अवरोध उत्पन्न करने आये ओड़िशा के तोपाडीह आदि क्षेत्र के लगभग बीस महिला व पुरुषों को करमपदा, नवागांव, भनगांव आदि गांवों के लगभग एक हजार ग्रामीणों ने भगा दिया. इस दौरान ग्रामीणों ने तोपाडीह निवासी हेरमन तोपनो और ओड़िशा निवासी बिनोद लुगुन को पकड़ कर रखा है, जिसे किरीबुरु पुलिस के हवाले करने की योजना है. लोडिंग में व्यवधान डालने आए तोपाडीह निवासी प्रसाद तोपनो व अन्य भागने में सफल रहे.
ओड़िशा के असमाजिक तत्व खदान के मजदूर नहीं
ग्रामीणों का कहना है कि ओड़िशा के ये असामाजिक तत्व जो खदान के मजदूर नहीं हैं वे झारखंड के करमपदा क्षेत्र में आकर अशांति फैलाने व खदान प्रबंधन से रंगदारी मांगने का कार्य क्यों कर रहे हैं. रैक लोडिंग बाधित करने वाले सभी लोग जॉन मिरन मुंडा एवं मान सिंह तिरिया ग्रुप के समर्थक थे एवं कहा जा रहा है कि उन्हीं के आदेश पर सभी रैक लोडिंग कार्य बंद कराने आये थे. उल्लेखनीय है कि करमपदा लौह अयस्क खदान प्रबंधन के खिलाफ मान सिंह तिरिया द्वारा करमपदा से सटे ओड़िशा के तोपाडीह, झीरपानी, बोगदाकोचा के कुछ ग्रामीणों को बीस लाख रुपए उक्त खदान प्रबंधन से दिलवाने का गलत प्रलोभन व गुमराह कर खदान से होने वाली माल ढुलाई कार्य को निरंतर प्रभावित करने का कार्य कर रहे थे. खदान का कार्य लगातार प्रभावित होने से खादान के आसपास गांवों के सैकड़ों मजदूरों के रोजगार पर व्यापक असर पड़ रहा था. सोमवार सुबह जब करमपदा रेलवे साईडिंग में रैक की लोडिंग प्रारम्भ हुई, उसके कुछ देर बाद दर्जन भर लोग साईडिंग में आकर काम को कुछ देर के लिये बंद करा दिया. इस बात की जानकारी खदान के मजदूरों व स्थानीय ग्रामीणों को जैसे ही लगी, वैसे ही सैकड़ों महिला, पुरुष रेलवे साईडिंग में पहुंच बंद कराने वाले लोगों को खदेड़ दिया. ग्रामीणों व मजदूरों का कहना है कि कंपनी सारे मजदूरों का बकाया पैसा का भुगतान कर चुकी है फिर उसके कार्य को मान सिंह तिरिया के इशारे पर कुछ लोगों द्वारा निजी स्वार्थ की खातिर कार्य बंद करा बाकी सैकड़ों मजदूरों का रोजगार बाधित करना कहां का इंसाफ है. ऐसे लोग सुधर जायें अन्यथा आगे गंभीर परिणाम भुगतना होगा. यह हम सैकड़ों ग्रामीण मजदूरों का पेट व रोजगार से जुड़ा मामला है.