मुख्य बातें
- बिचौलियों की सक्रियता के कारण ग्रामीणों को नहीं मिल रहा वन उत्पाद का लाभ
- कृषि एवं वनोपज का समयवार डाटाबेस तैयार करने का निर्देश
- ग्रामीणों का जीवन स्तर सुधारने की दिशा में सरकार का जोर
Nitesh Ojha
Ranchi: राज्य के ग्रामीणों इलाकों में बिचौलिये इतने सक्रिय हैं कि आज ग्रामीणों को उनके कृषि एवं वनोपज उत्पादों का सही मूल्य नहीं मिल रहा है. इससे ग्रामीण कई समस्या से जूझ रहे हैं. इसे लेकर शुक्रवार को वन परिसर स्थित पलाश भवन सभागार में सिद्धो-कान्हो कृषि एवं वनोपज राज्य सहकारी संघ लिमिटेड की एक दिवसीय कार्यशाला सीईओ संजीव कुमार की अध्यक्षता हुई. सीईओ संजीव कुमार ने वन प्रमंडल एवं जिला सहकारिता पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि राज्य में उपलब्ध सभी प्रमुख कृषि एवं वनोपज का समयवार डाटाबेस तैयार कर इन उत्पादों का वैल्यू एडिशन और मार्केटिंग के लिए सामंजस्य स्थापित कर काम करें.
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बिचौलिये वन उत्पादों को कम दाम में खरीदकर बाजार में अधिक मूल्य पर बेच रहे
उन्होंने कहा कि कृषि उपज के अलावा इमली, महुआ, साल, बीज, पत्ते, लाह, करंज, चिरौंजी सहित कई प्रकार के अन्य वनोत्पाद हैं, जिसका उचित मूल्य वहां के ग्रामीणों को नहीं मिल पाता. बिचौलिये इसे कम दाम में खरीदकर बाजार में अधिक मूल्य पर बेच रहे हैं. ग्रामीणों को इन उत्पादों का सही मूल्य मिले, उनके जीवनस्तर में सुधार आ सके, इसके लिए हमें सुदृढ़ व्यवस्था बनाकर कार्य करना है. संजीव कुमार ने कार्यशाला में आये सभी जिलों के वन प्रमंडल पदाधिकारी एवं जिला सहकारिता पदाधिकारियों से संस्थान द्वारा किये जा रहे विभिन्न कार्यों की विस्तृत जानकारी ली.
पदाधिकारियों ने दी अहम जानकारी
कार्यशाला में आये पदाधिकारियों ने अपने जिले में संस्थान द्वारा संचालित कार्यों के बारे में जानकारी दी. उन्हें संस्थान की विभिन्न कार्यप्रणाली एवं उनके कार्यक्षेत्र, अधिकार एवं जिम्मेवारियों को पावर प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया. कार्यशाला में सिद्धो-कान्हो कृषि एवं वनोपज राज्य सहकारी संघ लिमिटेड के सचिव जेपी शर्मा सहित सभी जिलों के वन प्रमंडल एवं जिला सहकारिता पदाधिकारी उपस्थित थे.