Hazaribag : डीएवी पब्लिक स्कूल हजारीबाग में आरबीआई रांची एवं बैंक ऑफ इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार को ‘फिनांसियल लिट्रेसी एवं मैनेजमेंट’ विषय पर एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया.
इस अवसर पर विषय प्रवेश करते हुए बैंक ऑफ इंडिया के लीड मैनेजर सुधाकर पांडेय ने कहा कि बढ़ते हुए साइबर अपराध को देखते हुए नागरिकों बीच वित्तीय जागरुकता अति आवश्यक है. डिजिटल लेन-देन के समय बरती जाने वाली सावधानियों के विषय में मुकम्मल जानकारी बहुत जरुरी है.
बतौर संसाधक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया रांची के अधिकारी केदारनाथ राउत ने कहा कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गाइडलाइन में सभी बैंक खाताधारकों को पांच बुनियादी अधिकारों की जानकारी सभी खाताधारकों को दी.
बताया गया कि धोखाधड़ी के बाद संबंधित बैंक में तीन दिनों के बीच लिखित शिकायत करना जरूरी है. तीस दिनों के अंदर शिकायत के समाधान की प्रतिबद्धता बैंक की होती है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया खाताधारकों के अधिकारों को पूरी सुरक्षा देती है. बैंकिंग सेवा में त्रुटि होने पर इसकी लिखित शिकायत आरबीआई की क्षेत्रीय शाखा को देनी चाहिए.
इस अवसर पर बैंक अधिकारियों ने छात्र-छात्राओं को बैंकों की ओर से दी जाने वाली वित्तीय लोन की प्रक्रिया की विस्तृत एवं स्पष्ट जानकारी दी। साथ ही आरबीआई की ओर से प्रकाशित वित्तीय साक्षरता पुस्तक भी बांटी गई.
कार्यशाला के समापन सत्र में डीएवी के प्राचार्य अशोक कुमार ने कहा कि वर्तमान दौर में भारत की बैंकिंग प्रणाली पूरे विश्व में काफी मजबूत और नवीनतम टेक्नोलॉजी से युक्त प्रणाली के रूप में विकसित होकर उभरी है. बैंकिंग सेवा की बारीकियों की जानकारी के लिए फिनांसियल टेक्नोलॉजी का ज्ञान अति आवश्यक है.
इसके लिए जरूरी है कि शिक्षक फिनांसियल टेक्नोलॉजी का गहन अध्ययन करते हुए छात्र-छात्राओं तक इसे पहुंचाएं. कार्यशाला का संचालन अंग्रेजी शिक्षक अश्विनी पाठक एवं धन्यवाद ज्ञापन हिंदी शिक्षक बलदेव पांडेय ने किया.