अवधपुरी में रामलला का विराजना रामराज्य की स्थापना की उद्घोषणा
Ayodhya : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के राम मंदिर में ‘रामलला’ की प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामभक्तों को संबोधित किया. योगी ने इस प्राण प्रतिष्ठा को राष्ट्रीय गौरव का ऐतिहासिक अवसर बताया. उन्होंने कहा कि मंदिर वहीं बना, जहां का संकल्प लिया गया था. अवधपुरी में रामलला का विराजना रामराज्य की स्थापना की उद्घोषणा भी है. कहा कि श्री राम जन्मभूमि मंदिर की स्थापना भारत के सांस्कृतिक पुनर्जागरण का आध्यात्मिक अनुष्ठान है. यह राष्ट्र मंदिर है. निसंदेह श्री राम लला विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा राष्ट्रीय गौरव का एक ऐतिहासिक अवसर है.
हर जिह्वा राम-राम जप रही है, रोम रोम में राम हैं- योगी
आदित्यनाथ ने कहा कि आज के इस ऐतिहासिक और अत्यंत पावन अवसर पर भारत का हर नगर, हर गांव अयोध्या धाम है. हर मार्ग श्री राम जन्मभूमि की ओर आ रहा है. हर मन में राम नाम है. हर आंख, हर स्वर संतोष के आंसुओं से भीगी है. हर जिह्वा राम-राम जप रही है. रोम रोम में राम हैं. पूरा राष्ट्र राममय है. ऐसा लगता है हम त्रेता युग में आ गये हैं. कहा कि निश्चिंत रहिए. प्रभु राम की कृपा से अब कोई अयोध्या की परिक्रमा में बाधा नहीं बन पायेगा. अयोध्या की गलियों में अब गोलियों की गड़गड़ाहट नहीं होगी. कर्फ्यू नहीं लगेगा. यहां की गलियां अब दीपोत्सव रामोत्सव और श्री राम संकीर्तन से गुंजायमान होंगी. क्योंकि अवधपुरी में रामलला का विराजना राम राज्य की स्थापना की एक उद्घोषणा भी है.
अंतरमन की भावनाएं को व्यक्त करने के लिए नहीं मिल रहे शब्द
आदित्यनाथ ने कहा कि रामराज्य भेदभाव रहित समरस समाज का द्योतक है और हमारे प्रधानमंत्री की नीतियों, विचारों और योजनाओं का आधार है. कहा कि प्रभु राम के भव्य दिव्य और नव्य धाम में विराजने की आप सभी को कोटि-कोटि बधाई. 500 वर्षों के लंबे अंतराल के उपरांत आज के इस चिर प्रतीक्षित मौके पर अंतरमन में भावनाएं कुछ ऐसी हैं, जिन्हें व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं मिल रहे हैं. मन भावुक है, भाव विभोर है, भाव विह्वल है. निश्चित रूप से आप सब भी ऐसा महसूस कर रहे होंगे.