Kiev : रूस द्वारा यूक्रेन पर रातभर रॉकेट बरसाये जाने की खबर है. इस साल 24 फरवरी को शुरू हुआ युद्ध अब आठवें महीने में पहुंचने वाला है. दोनों देशों की सेनाओं को भारी नुकसान हुआ है. जंग में अरबों डॉलर झोंक दिये गये हैं, पर अभी तक कोई रिजल्ट नहीं निकला है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने दावा किया है कि शनिवार को रूस ने रात भर यूक्रेन पर भारी हमले किये. ऊर्जा के बुनियादी ढांचे पर हमले की खबर के बाद जेलेंस्की ने बयान दिया है. बता दें कि हमले के चलते पूरे देश में बिजली चली गयी थी.
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रूस लगातार हमारे देश को आतंकित कर रहा है
वलोडिमिर जेलेंस्की का कहना है कि रूस लगातार हमारे देश को आतंकित कर रहा है. रात में रूस ने 36 रॉकेट हमले किये. हालांकि रॉकेटों में से अधिकांश को मार गिराया गया. यूक्रेन के राष्ट्रपति पद के उप प्रमुख Kyrylo Tymoshenko ने कहा है कि रूसी हमलों के बाद से यूक्रेन में दस लाख से अधिक घरों में बिजली नहीं है. Kyrylo Tymoshenko ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि खमेलनित्स्की क्षेत्र में 672,000, मायकोलाइव क्षेत्र में 188,400, वोलिन क्षेत्र में 102,000, चर्कासी क्षेत्र में 242,000, रिव्ने क्षेत्र में 174,790, किरोवोग्राद क्षेत्र में 61,913 और ओडेसा क्षेत्र में 10,500 घरों की बिजली गुल है.
भारत ने रूस के खिलाफ वोट नहीं डाला
हाल में यूएन में एक बार फिर रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर वोटिंग हुई थी. उस वोटिंग से भारत ने दूर रहा. रूस ने दावा किया था कि उसने यूक्रेन के चार क्षेत्र डोनेत्स्क, खेरसान, लुहांस्क और जेपोरीजिया में जनमत संग्रह कराया है और यहां के लोग रूस में मिलना चाहते हैं. लेकिन व्लादिमीर पुतिन के इस फैसले को पश्चिमी देश अवैध करार देते हुए इसके खिलाफ यूएन में एक निंदा प्रस्ताव लाये, जिसे 193 में 143 देशों का समर्थन हासिल हुआ. इतने सारे देशों के प्रस्ताव के पक्ष में वोटिंग करने की वजह से इसे स्वीकार कर लिया गया. लेकिन हमेशा की तरह भारत यहां भी रूस के खिलाफ खुलकर कुछ नहीं बोला और वोटिंग से दूर रहा.