- 27 सीटें जीतकर ZPM बनी सबसे बड़ी पार्टी
- कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को भी मिली हार
New Delhi : मिजोरम के 40 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव का परिणाम आ गया है. सत्ताधारी पार्टी मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) चुनाव हार गई. पार्टी के खाते में 10 सीटें आई. वहीं मिजोरम में जोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) सबसे बड़ी पार्टी बनी है. ZPM ने 27 सीट जीतकर बहुमत हासिल कर लिया है.
मिजोरम में सीएम-डिप्टी सीएम भी चुनाव हार गये. वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को भी हार का सामना करना पड़ा. सीएम जोरमथंगा आइजोल-ईस्ट 1 से चुनाव हार गए. उन्हें ZPM के ललथनसंगा ने हराया. मिजोरम में बीजेपी को इस बार दो सीटें मिली. पिछले बार की तुलना में पार्टी को एक सीट का फायदा हुआ है. पिछली बार बीजेपी को एक सीट मिली थी. वहीं कांग्रेस के खाते में एक सीट आई. हालांकि शुरुआती रुझान में कांग्रेस कई सीटों पर आगे चल रही थी.
मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने दिया इस्तीफा
चुनाव परिणाम आने के बाद मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने राजभवन में राज्यपाल डॉ. हरि बाबू कंभमपति को अपना इस्तीफा सौंप दिया है.
दो दिन में राज्यपाल से मिलूंगा : लालदुहोमा
जोरम पीपुल्स मूवमेंट के नेता लालदुहोमा ने पार्टी की जीत पर खुश जाहिर करते हुये कहा कि मुझे इसी तरह के नतीजों की उम्मीद थी. अगले दो दिनों के अंदर मैं राज्यपाल से मिलूंगा. शपथ ग्रहण भी इसी महीने होगा. बता दें कि आईपीएस अधिकारी रहे लालदुहोमा पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की सिक्योरिटी संभाल चुके हैं. उनकी पार्टी ने दूसरी बार विधानसभा चुनाव लड़ा है. 2018 में ZPM को 8 सीटें मिली थीं.
जोरम पीपुल्स मूवमेंट पार्टी छह क्षेत्रीय दलों के गठबंधन से बनी थी. जिसमें मिजोरम पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, जोरम नेशनलिस्ट पार्टी, जोरम एक्सोडस मूवमेंट, जोरम डिसेंट्रलाइजेशन फ्रंट, जोरम रिफॉर्मेशन फ्रंट और मिजोरम पीपुल्स पार्टी शामिल थी.
जोरम पीपुल्स मूवमेंट का गठन छह क्षेत्रीय दलों के गठबंधन के रूप में किया गया था. यह छह क्षेत्रीय दल थे- मिजोरम पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, जोरम नेशनलिस्ट पार्टी, जोरम एक्सोडस मूवमेंट, जोरम डिसेंट्रेलाइजेशन फ्रंट, जोरम रिफॉर्मेशन फ्रंट और मिजोरम पीपुल्स पार्टी. आगे चलकर दलों ने एक एकीकृत इकाई के रूप में विलय कर दिया. 2018 में जोरम पीपुल्स मूवमेंट का गठन हुआ. 2018 में जोरम पीपुल्स मूवमेंट ने इसी गठबंधन के साथ चुनाव लड़ा था और आठ सीटें जीतीं. इसके बाद चुनाव आयोग ने आधिकारिक तौर पर जुलाई 2019 में पार्टी को रजिस्टर्ड किया. हालांकि मिजोरम पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, 2019 में गठबंधन से बाहर हो गई थी. बाकी बची पांच पार्टियां एक में शामिल हो गईं, जिसे ZPM नाम दिया गया.
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