Thiruvannthapuram : टू जी घोटाले में पूर्व नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (सीएजी) विनोद राय के माफीनामे से कांग्रेस को मोदी सरकार पर हमले का मौका मिल गया है. बता दें कि विनोद राय ने हाल ही में कांग्रेस के नेता और पूर्व सांसद संजय निरूपम से बिना शर्त माफी मांगी थी. इस क्रम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि तत्कालीन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार की छवि खराब करने और उसे गिराने के लिए कई स्तरों वाली गहरी साजिश रची गयी थी.
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विनोद राय ने संजय निरूपम से बिना शर्त माफी मांगी थी
खबरों के अनुसार सलमान खुर्शीद ने यहां प्रदेश कांग्रेस समिति के सदस्यों से कहा कि इस मुद्दे (टू जी घोटाले) के कारण भारत की आर्थिक प्रगति की कहानी सबके सामने नहीं आ पायी. इस क्रम में खुर्शीद ने कहा कि कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विनोद राय से बिना शर्त माफी मांगने को कहती रही है. जान लें कि विनोद राय ने हाल ही में कांग्रेस के नेता और पूर्व सांसद संजय निरूपम से बिना शर्त माफी मांगी थी.
राय ने दावा किया था कि निरूपम उन सांसदों में से एक थे जिन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का नाम टू जी नीलामी की सरकारी ऑडिट रिपोर्ट से बाहर रखने के लिए राय पर दबाव बनाया था. राय के दावे के बाद निरूपम ने उनके विरुद्ध मनहानि का केस किया था, जिसमें राय ने माफी मांग ली.
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खुर्शीद ने रिपोर्ट को काल्पनिक करार दिया
खुर्शीद ने संवाददाताओं से कहा कि क्या अब ऐसा नहीं लगता कि तत्कालीन सीएजी विनोद राय अवैध काम करने को प्रोत्साहित करने वाले एजेंट के तौर पर काम कर रहे थे? मुझे याद है, राय ने वह सीएजी रिपोर्ट तैयार की थी, जिसमें टू जी स्पेक्ट्रम लाइसेंस प्रदान करने के मामले में 1.76 लाख करोड़ के सनसनीखेज नुकसान का जिक्र था. खुर्शीद ने रिपोर्ट को काल्पनिक करार दिया.
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टू जी स्पेक्ट्रम रिपोर्ट के समर्थन में साक्ष्य पेश नहीं कर पाये राय
खुर्शीद के अनुसार राय टू जी स्पेक्ट्रम रिपोर्ट के समर्थन में कभी कोई साक्ष्य पेश नहीं कर पाये. कहा, कि यह मात्र संयोग नहीं है कि तत्कालीन सीएजी राय को राज्यमंत्री का दर्जा देकर शक्तिशाली ‘बैंकिंग भर्ती बोर्ड’ का अध्यक्ष बनाया गया था. आरोप लगाया कि विनोद राय ने बोर्ड के अध्यक्ष पद पर रहते न तो कभी 13,500 करोड़ रुपये के पीएनबी बैंक घोटाले के बारे में एक शब्द बोला और न ही नीरव मोदी, मेहुल चौकसी, ललित मोदी, विजय माल्या के भागने या हजारों करोड़ रुपये के घोटालों पर कुछ कहा.
य़ूपीए सरकार को अस्थिर करने में सफल हो गये
खुर्शीद ने कहा कि देश के लिए एक लाभकारी (य़ूपीए)सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया गया और उसमें वे सफल हुए.य उन्होंने कहा, ‘अब तो बस खुलासा हो रहा है. जब तक सच सामने नहीं आ जाता तब तक किस प्रकार इतिहास को बार-बार लिखा जायेगा यह स्पष्ट होता जा रहा है और राय द्वारा दायर हलफनामे से इसकी पुष्टि हो चुकी है.
खुर्शीद ने मांग की कि ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विनोद राय और अन्य को देश से बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए. कहा कि देश को पता चलना चाहिए कि सच सामने आ चुका है और मनमोहन सिंह सरकार को अस्थिर कर उसे गिराने की साजिश का खुलासा हो गया है.