Saraikela / Kuchai : सरायकेला-खरसावां जिले में सुरक्षा बलों को नक्सलियों के खिलाफ अभियान में एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है. सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के इरादे से कुचाई प्रखंड के दलभंगा ओपी अंतर्गत रूगुडीह पंचायत में लगाए गए 50 केन बम बरामद किए गए हैं. पंचायत के नीमडीह-पांडुबुरू से कुदाहातू जाने वाले जंगली कच्चे पहाड़ी रास्ते में सीरिज में लगाए गए करीब 25 केन बम गुरुवार को बरामद किए गए. ये सभी बम तीन से पांच किग्रा के हैं. वहीं शुक्रवार को जारी अभियान के तहत रूगुडीह से डोडारदा जाने वाले जंगली कच्चे पहाड़ी रास्ते में सीरिज में लगाए गए करीब 25 अन्य केन बम बरामद किए गए, ये सभी बम 2 से 3 किग्रा के थे. उक्स सभी आईडी बम सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के इरादे से भाकपा माओवादी नक्सल संगठन के रमेश उर्फ अनल दा दस्ते द्वारा प्लांट किए गए थे. इन सभी आईडी बमों को सुरक्षा बलों ने नष्ट किया. किनिद्रा गांव के पांडुबुरू टोला में नक्सलियों द्वारा लगाए गए 25 से अधिक आईडी बम बरामद किए गए हैं. इस अभियान का नेतृत्व अपर पुलिस अधीक्षक पुरुषोत्तम कुमार और सीआरपीएफ 21सी 157 बटालियान के नीरज सिंह राठौर ने किया. जिसमें जिला बल के अलावा सीआरपीएफ की एफ 157, ए 157 और झारखंड जगुआर की एजी 07, 25 के अलावा बीडीडीएस टीम 5 एववं सैट 39 के जवान शामिल थे. एसपी आनंद प्रकाश ने अभियान में शामिल टीम को पुरस्कृत करने के लिए अनुशंसा प्रस्ताव भेजने की घोषणा की है.
अभियान में शामिल अन्य पदाधिकारी
- वरुण रजक, डीएसपी, झारखंड जगुआर
- धनंजय कुमार, सहायक समादेष्टा, झारखंड जगुआर
- प्रदीप कुमार, सहायक समादेष्टा, सीआरपीएफ
- मनीष कुमार, सहायक समादेष्टा, सीआरपीएफ
- पुअनि सतवीर सिंह, दलभंगा ओपी, पुअनि प्रकाश कुमार रजक, थाना प्रभारी खरसावां, पुअनि सनोज कुमार चौधरी
- पुअनि राहुल दुबे, पुनिसीर पिकेट प्रभारी, पुअनि गुंजन कुमार, कुचाई थाना, सअनि कृष्णा टोप्पो, झारखंड जुआर बीडीडीएस टीम, सअनि जितेंद्र कुमार, सअनि गुरुवा मंुडा एवं जिला पुलिस बल, सीआरपीएफ, झारखंड जगुआर के जवान.
तीन सितंबर को भी कुचाई में 35 बम बरामद हुए थे
पिछले तीन सितंबर को कुचाई थाना के दलभंगा ओपी अंतर्गत रूगुडीह से डोडारदा जाने वाले कच्चे रास्ते में सुरक्षाबलों को सीरिज में लगाए गए 35 केन बम मिले थे. सभी केन बम 4 से पांच किग्रा के थे. जिला पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई में बम निरोधक दस्ते ने सभी केन बम को नष्ट किया था. आईईडी बम को सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सलियों की ओर से प्लांट किए गए थे. सीरिज में लगाए गए ये बम काफी बड़ा नुकसान पहुंचा सकते थे.