Chakradharpur : चक्रधरपुर प्रखंड के टोकलो उप स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर नहीं बैठते हैं. इससे ग्रामीण परेशान हैं. उप स्वास्थ्य केंद्र एएनएम के भरोसे चल रहा है. डॉक्टर नहीं रहने के कारण टोकलो थाना क्षेत्र के दर्जनों गांव के ग्रामीण अधिक पैसा खर्च कर प्राइवेट में स्वास्थ्य जांच कराने को बाध्य हैं. उप स्वास्थ्य केंद्र में प्रत्येक दिन डॉक्टर की व्यवस्था करने को लेकर शुक्रवार को भरनिया पंचायत के जांटा गांव में वरिष्ठ ग्रामीण घनश्याम गिलुवा की अध्यक्षता में ग्रामीणों की बैठक हुई. इसमें भाजपा नेता सह पूर्व विधायक शशि भूषण सामड भी शामिल थे. बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि चार वर्ष पहले चक्रधरपुर प्रखंड में 52 करोड़ रुपए की लागत से बाझीकुसुम – झरझरा से टोकलो तक 22 किलोमीटर सड़क निर्माण हुआ. निर्माण में जिला भू-अर्जन विभाग द्वारा सैकड़ों ग्रामीणों की भूमि अधिग्रहण किया गया. लेकिन 4 साल बाद भी मुआवजा नहीं मिला. चार सालों से ग्रामीण सरकारी दफ्तरों का चक्कर लगा रहे हैं. इससे सरकार के प्रति ग्रामीणों में रोष है. ग्रामीणों ने कहा कि शीघ्र जमीन का मुआवजा नहीं मिला तो एकजुट होकर उपायुक्त कार्यालय का घेराव करेंगे.
सोलर जल मीनार की मशीन 15 दिनों से खराब
वहीं गांव के स्कूल के समीप स्थित सोलर जल मीनार की मशीन पिछले 15 दिनों से खराब है. जबकि गांव के नीचे टोला में डेढ़ साल से सोलर जल मीनार खराब है. गांव में 600 आबादी में 4 चापाकल है. उसमें भी दो चापाकल खराब होने की स्थिति में है. चापाकल और सोलर जलमीनार की मरम्मत के लिए मुखिया को जानकारी दी गई. इसके बावजूद भी किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई. इससे ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
15 दिनों के अंदर सरकार ग्रामीणों को मुआवजा दे नहीं तो उपायुक्त कार्यालय का घेराव किया जाएगा
ग्रामीणों की समस्या को सुनने के बाद भाजपा नेता सह पूर्व विधायक शशि भूषण सामड ने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए ग्रामीणों द्वारा जमीन दिया गया और उसी जमीन पर करोड़ों रुपए की लागत से सड़क का निर्माण भी हुआ। लेकिन भू अर्जन विभाग की लापरवाही के कारण 4 साल बाद भी जमीन देने वाले ग्रामीणों को मुआवजा नहीं मिला है. 15 दिनों के अंदर मुआवजा नहीं दिया जाता है तो ग्रामीणों के साथ मिलकर उपायुक्त कार्यालय का घेराव किया जाएगा. उप स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर नहीं बैठने की शिकायत पर पूर्व विधायक ने अनुमंडल अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी से वार्ता कर प्रत्येक दिन उप स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर की व्यवस्था करने की बात कही. गांव के अन्य समस्याओं का भी बारी-बारी कर निदान किया जाएगा. मौके पर चरण गिलुवा, सनातन गिलुवा, सोमनाथ गिलुवा, चितरंजन गिलुवा, तूरी गिलुवा, रामधन गिलुवा, सुजन सिंह गिलुवा, गालू गिलुवा, जोहन गिलुवा, सोमा गिलुवा, दुष्यंत गिलुवा, बाले गिलुवा, जर्मन गिलुवा आदि ग्रामीण मौजूद थे.
जांटा व साईतोपा गांव के इन्हें नहीं मिला मुआवजा
सड़क निर्माण में जांटा व साईतोपा गांव के दर्जनों ग्रामीणों से भू-अर्जन विभाग ने जमीन अधिग्रहण किया. इसमें सुखलाल गिलुवा, सोगल गिलुवा, सोमनाथ गिलुवा, बड़ा तुरी, छोटा तुरी, नरपति मुंडा, कृष्णा गिलुवा, रावतू गिलुवा, कुंवर सिंह गिलुवा, मानकी गिलुवा, गरदी गिलुवा, कुलदीप गिलुवा, जयपाल गिलुवा, तुरी गिलुवा, गुलाब सिंह गिलुवा, लोबिन कोड़ा, श्रीराम बोदरा, मंगल सिंह हो, गणेश बोदरा, काशीनाथ मोदी, जयपाल बोदरा, नागेंद्र बोदरा, परखितो मोदी आदि ग्रामीणों को मुआवजा नहीं मिला है.