NewDelhi : आखिरकार आज 26 जुलाई को 5G ऑक्शन शुरू हो गया. खबरों के अनुसार 5G स्पेक्ट्रम नीलामी में देश की तीन बड़ी टेलीकॉम कंपनियों के साथ अन्य प्लेयर्स भी शामिल हैं. बता दें कि नीलामी में Jio, Vi और Airtel के अलावा गौतम अडानी की Adani Data Networks भी हिस्सा ले रही है. जानकारों का कहना है कि 5G स्पेक्ट्रम की जंग अडानी और अंबानी के बीच देखने को मिल सकती है. हालांकि, दोनों का सीधा मुकाबला नहीं है, लेकिन फिर भी भविष्य में वे टकरा सकते हैं.
इसे भी पढ़ें : गुजरात : जहरीली शराब पीने से 7 लोगों की मौत, कई की हालत गंभीर, अस्पताल में कराया गया भर्ती
इसका असर एक आम आदमी पर क्या होगा?
कहा जा रहा है कि बहुत कुछ ऐसा है, जो 5G के बाद बदलने वाला है. इसका असर एक आम आदमी पर क्या होगा? क्या हमारी रोजमर्रा के जीवन में कोई नयापन देखने को मिलेगा? इन सभी सवालों का सटीक जवाब 5G नेटवर्क के रोलआउट के बाद ही मिल पायेगा.
2000 के दशक में ज्यादातर लोगों ने 2G या 3G नेटवर्क यूज किया था. भारत में 4G की एंट्री होने के बाद इंटरनेट स्पीड का नया Dimension खुला. जान लें कि वीडियो कॉलिंग और लाइव स्ट्रीमिंग जैसे हाई स्पीड चीजों का अनुभव 4G के बाद ही लोगों को मिला. कहा जा रहा है कि 5G नेटवर्क आने के बाद बहुत कुछ नया हमें देखने को मिलेगा.
नेटवर्क कवरेज बेहतर होगा
4G आने के बाद कॉल और कनेक्टिविटी के नये आयाम तो खुले. पिछले जनरेशन के मुकाबले कॉल क्वालिटी भी बेहतर हुई है. 5G नेटवर्क पर भी हमें बेहतर कॉलिंग एक्सपीरियंस मिलेगा. कॉल ड्रॉप की समस्या भी कम होने की संभावना है. इस क्रम में टेलीकॉम कंपनियों को नेटवर्क रेंज बढ़ाने के लिए एक और विकल्प मिल जायेगा.
5G नेटवर्क 4G के मुकाबले 100 गुना तक तेज होगा
5G नेटवर्क 4G के मुकाबले 100 गुना तक तेज होगा. इसका मतलब यूजर्स को हाई क्वालिटी वीडियो, अल्ट्रा हाई रेज्योलूशन वीडियो कॉलिंग और कई दूसरे फायदे मिलेंगे. 4G नेटवर्क पर हमें 100Mbps तक की स्पीड मिलती है, लेकिन 5G पर यह Gbps में मिलेगी. इस नेटवर्क के अपर बैंड्स में हमें 100 गुना ज्यादा स्पीड मिल सकती है. ना सिर्फ हमें स्लो इंटरनेट स्पीड से निजात मिलेगी, बल्कि टेक्नोलॉजी के कई नये आयाम हमारे लिए खुलेंगे.
मेटावर्स जैसी नयी टेक्नोलॉजी की पहुंच आम लोगों तक संभव हो पायेगी. हालांकि, 5G नेटवर्क के रोलआउट होने और इसे आम लोगों के हाथों तक पहुंचने में समय लगेगा. बड़े शहरों में तो यह टेक्नोलॉजी जल्द मिल जायेगी. मगर गांव और कस्बों के लोगों को थोड़ा और इंतजार करना होगा.