New delhi : टेनिस जगत में महान खिलाड़ी के रूप में पहचान रखने वाले 6 बार के ग्रैंड स्लैम चैंपियन बोरिस बेकर इनसॉल्वेंसी एक्ट के तहत दोषी पाये गये हैं. उन्हें इसके लिये ढाई साल जेल की सजा सुनाई गयी है. मालूम हो कि इस महीने लंदन स्थित साउथवार्क क्राउन कोर्ट की एक ज्यूरी (न्यायपीठ) ने बोरिस बेकर को दिवालिया अधिनियम के तहत चार आरोपों में दोषी ठहराया था. इसमें संपत्ति का हस्तांतरण, कर्ज छिपाना और संपत्ति का खुलासा करने में विफल रहने के दो मामले शामिल हैं. हालांकि बोरिस बेकर को अन्य 20 अन्य मामलों में बरी कर दिया गया.
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टेनिस के इस पूर्व खिलाड़ी पर आरोप है कि उन्होंने झूठ बोलकर 21 जून 2017 को खुद को दिवालिया घोषित किया. साथ ही उन्होंने करीब 28.80 करोड़ रुपए का ऋण भी नहीं चुकाया. फिर उन्होंने गलत तरीके से बैंक में धनराशि ट्रांसफर की. बेकर ने दिवालिया होने के बाद 9 लोगों को कुल 4,27,00 यूरो (356,000 पाउंड या करीब 447616 डॉलर) स्थानांतरित किए थे.
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जानकारी के अनुसार जिन लोगों के खाते में रुपये स्थानांतरित किये गये थे उनमें उनकी पूर्व पत्नी बारबरा और शर्ले ‘लिली’ बेकर (Sharley ‘Lilly’ Becker) भी शामिल हैं. बोरिस बेकर को जर्मनी में अपनी एक संपत्ति घोषित करने में विफल रहने और एक तकनीकी फर्म में 825,000 यूरो (895,000 डॉलर) बैंक ऋण और शेयरों को छिपाने का भी दोषी पाया गया है.