Jamshedpur : कोरोना की तीसरी लहर में पूर्वी सिंहभूम जिले में कोरोना से एक भी मौत नहीं हुई. स्वास्थ्य विभाग के लिए यह राहत की बात है, लेकिन संक्रमण बढ़ना चिंताजनक है. हालांकि कल की अपेक्षा आज संक्रमित मरीज ज्यादा पाया गया. सोमवार को जिले में 10361 सैंपल की जांच की गई. इसमें 923 लोग संक्रमित पाए गए. इससे जिले में एक्टिव केस बढ़कर 4696 हो गया. दूसरी ओर जिले में संक्रमण की रफ्तार शहर के अलावे ग्रामीण क्षेत्र में भी बढ़ने लगी है. आज जिन ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमित पाए गए हैं. उनमें घाटशिला में सर्वाधिक 54, परसुडीह थाना क्षेत्र में 53, चाकुलिया में 29, मुसाबनी में 19, बागबेड़ा में 12, पटमदा में 03, धालभूमगढ़ में 07, पोटका में तीन और बहरागोड़ा में 06 लोग संक्रमित पाए गए हैं. सोमवार को जिले के अलग-अलग सेंटरों से 9075 सैंपल कलेक्ट किए गए. इसमें रैपिड एंटिजेन के 6537, ट्रूनेट के 344 और आरटीपीसीआर के 2194 सैंपल शामिल हैं.
15-18 आयु वर्ग के बच्चों का 15 जनवरी तक वैक्सीनेशन पूरा करने का लक्ष्य
15-18 आयु वर्ग के वैक्सीनेशन कार्य में तेजी लाने के उद्देश्य से वरीय प्रभारी वैक्सीनेशन कोषांग सह एसडीएम धालभूम संदीप कुमार मीणा ने आज वैक्सीनेशन कार्य से जुड़े अधिकारियों और प्रखंडों के अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की. इस दौरान उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि जल्द से जल्द प्रखंड व जिला मुख्यालय में हेल्थ केयर व फ्रंट लाइन वर्कर को बूस्टर डोज लगाना सुनिश्चित करें. इस कैटेगरी के सभी योग्य लाभुक जो पिछले तीन महीनों में कोरोना संक्रमित नहीं हुए हों या जो गंभीर रूप से बीमार नहीं हों, उनका 9 महीने या 39 सप्ताह का समय दूसरा डोज लगने के बाद पूर्ण हो गया है तो जल्द से जल्द बूस्टर डोज लगवाएं. उन्होंने 15-18 आयु वर्ग के वैक्सीनेशन को लेकर आई शिथिलता पर अधिकारियों को इसमें तेजी लाने का निर्देश दिया.
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अभी तक उक्त आयु वर्ग के योग्य लाभुकों का 24 फीसदी ही वैक्सीनेशन हो पाया है. जिस तिथि को किसी स्कूल में वैक्सीनेशन शिविर लगाया जाना है उसके संबंध में नामांकित बच्चों के बीच व्यापक प्रचार-प्रसार कराने का निर्देश दिया, ताकि एक भी बच्चा टीकाकरण से वंचित नहीं रहे. इस कार्य में सभी स्कूलों के प्राचार्य को सहयोग करने के लिए कहा गया है. साथ ही किसी सरकारी स्कूल के पोषक क्षेत्र में आने वाले वैसे बच्चे जिनका नामांकन किसी स्कूल में नहीं है, उन्हें भी इस क्रम में वैक्सीनेट कराने का निर्देश दिया गया. वैक्सीनेशन में पिछड़ने वाले प्रखंड पोटका, गुड़ाबांदा, मुसाबनी के बीडीओ, सीओ को विशेष ध्यान देते हुए इसमें गति लाने का निर्देश दिया गया.