Ranchi: जिला स्कूल मैदान में किताबों का एक बड़ा संग्रह सजाया गया है, जहां सभी कॉलेज की पुस्तकें आसानी से उपलब्ध हैं. विभिन्न परीक्षाओं की किताबें भी एक ही परिसर में मिल रही हैं. दस दिवसीय राष्ट्रीय पुस्तक मेला के दूसरे दिन पुस्तक प्रेमियों की भीड़ उमड़ने लगी है. विभिन्न स्कूल और कॉलेज के छात्र-छात्राएं अपने स्लेबस की किताबें चुनकर खरीद रहे हैं.
मुख्य अतिथि के रूप में राज्यसभा सांसद महुआ मांझी ने कार्यक्रम में शिरकत की. इस मौके पर संस्कृति कर्मी अनीश अंकुर की पुस्तक ‘रंगमंच के सामाजिक सरोकार’ का लोकार्पण किया. साथ ही संगीतकारों के लिए लोकगीत एवं देशभक्ति गीत गायन प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया.
पुस्तक मेले में “समय प्रकाशन” और “यश प्रकाशन” का एक ऐसा स्टॉल है, जहां रेणु की श्रेष्ठ कहानियां शामिल की गई हैं. इनमें ‘तीसरी कसम’, ‘रेणु की बाल कहानियां’, ‘स्वयं प्रकाश की इक्यावन’, ‘सूर्यकांत नागर’, ‘शरद पगारे’, ‘कृष्णा अग्निहोत्री’, ‘राजेन्द्र अवस्थी’ समेत अन्य कहानियां भी हैं. इसके अलावा पुरस्कृत कहानियों की किताबें भी यहां उपलब्ध हैं, जिनमें ऋषि गजपाल की ‘घंटियां का शोर’, चन्द्रकान्ता की ‘कथानगर’, अनवर सुहैल की ‘कुंजड़ कसाई’, शुभदा मिश्र की ‘यहीं कहीं होगी संजीवनी’ जैसी चर्चित कृतियां शामिल हैं, जिन्हें लोग खुशी-खुशी खरीद रहे हैं.
मौके पर प्रकाशन संस्थान के निदेशक हरीश चंद्र शर्मा, डॉ. विनोद कुमार, डॉ. प्रकाश सहाय, जंग बहादुर पांडे, डॉ. अरूण कुमार, डॉ. उर्वसी कुमारी, प्रकाश सहाय, डॉ. गोवर्धन समेत अन्य साहित्य प्रेमी उपस्थित थे.
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