Ranchi/Khunti: गृह सचिव वंदना डाडेल और डीजीपी अनुराग गुप्ता शनिवार को खूंटी पहुंचे. इस दौरान दोनों अधिकारियों ने लोगों से अफीम की खेती नहीं करने की अपील की. जिले में अफीम की खेती पर लगाम लगाने और पूरी तरह से नष्ट करने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है. नशा मुक्त झारखंड के तहत शनिवार को खूंटी के नगर भवन में गृह सचिव की अध्यक्षता में संगोष्ठी कार्यक्रम आयोजित की गयी. इसमें खूंटी जिले के ग्राम प्रधान, मुखिया और अन्य पंचायत प्रतिनिधि शामिल हुए.
वंदना डाडेल ने कहा कि वे खुद कर्रा के कच्चाबारी गांव की हैं. खूंटी हमेशा सुंदर यादों से जुड़ा रहा है, लेकिन अब अफीम की खेती के लिए बदनाम हो गया है. उन्होंने कहा कि अफीम की अवैध खेती को रोकने के लिए सभी विभागों के अधिकारी आपसी समन्वय के साथ जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य कर रहे हैं. ग्रामीण जनप्रतिनिधि और ग्राम प्रधानों की सहभागिता के बगैर अफीम की खेती को जड़ से खत्म नहीं किया जा सकता है. दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों से ग्रामीणों को जागरूक करने को कहा.
अफीम, उग्रवाद और मानव तस्करी खूंटी जिले की तीन मुख्य समस्याएं हैं: डीजीपी
डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कहा कि अफीम, उग्रवाद और मानव तस्करी खूंटी जिले की तीन मुख्य समस्याएं हैं. डीजीपी ने कहा कि उग्रवादी गतिविधियों में शामिल युवाओं से आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौटे. अफीम माफियाओं ने खूंटी जिले में सुदूरवर्ती भोले-भाले ग्रामीणों को प्रलोभन देकर अफीम की खेती की शुरुआत कराई. उन्होंने अफीम की खेती बंद करने की अपील की. नहीं मानने पर अफीम की खेती करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
इसे भी पढ़ें – पीएम ने 10 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों में 65 लाख स्वामित्व संपत्ति कार्ड बांटे, कहा, संपत्ति का अधिकार भी बड़ी चुनौती
हर खबर के लिए हमें फॉलो करें
Whatsapp Channel: https://whatsapp.com/channel/0029VaAT9Km9RZAcTkCtgN3q
Twitter (X): https://x.com/lagatarIN
google news: https://news.google.com/publications/CAAqBwgKMPXuoAswjfm4Aw?ceid=IN:en&oc=3