Ranchi: झारखंड की कृषि, पशुपालन और सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने मुख्यमंत्री पशुधन योजना की धीमी प्रगति पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की है. रांची के हेसाग स्थित पशुपालन भवन में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने विभागीय अधिकारियों को 20 फरवरी तक योजना का 80 प्रतिशत लक्ष्य पूरा करने का सख्त निर्देश दिया.
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जिलावार रिपोर्ट से असंतुष्ट मंत्री
बैठक में जिलावार प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा करते हुए मंत्री तिर्की ने असंतोष जताया. उन्होंने कहा कि लाभार्थियों की सूची समय पर तैयार न होने और चयन प्रक्रिया में देरी के कारण योजना अपने लक्ष्य से पीछे है. मंत्री ने निर्देश दिया कि समय सीमा के भीतर योग्य लाभार्थियों का चयन कर योजना का लाभ जल्द से जल्द प्रदान किया जाए.
योजना में सुधार की आवश्यकता
बैठक में योजना में आ रही त्रुटियों और अड़चनों पर भी चर्चा की गई. मंत्री ने कहा कि राज्यादेश में आवश्यक सुधार किए जाएंगे, ताकि लाभार्थियों को योजना का लाभ लेने में कोई बाधा न आए.
पशुपालन फार्म्स के लिए 5 साल का विजन डॉक्यूमेंट
इसके अलावा पशुपालन विभाग द्वारा संचालित फार्म्स के अगले 5 वर्षों का विजन डॉक्यूमेंट भी बैठक में प्रस्तुत किया गया. मंत्री ने अधिकारियों को इस विजन के अनुरूप कार्य करने के निर्देश दिए.
सरकार की सख्ती, 20 फरवरी तक तय लक्ष्य अनिवार्य
मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने स्पष्ट किया कि 20 फरवरी तक जिला स्तर पर 80 प्रतिशत पशुधन वितरण का लक्ष्य हासिल करना अनिवार्य होगा. उन्होंने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि समय पर कार्य पूरा करें, अन्यथा जवाबदेही तय की जाएगी.
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