NewDelhi : संसद का मानसून सत्र कल सोमवार से शुरू हो रहा है. खबर है कि कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सत्र में मोदी सरकार को घेरने की रणनीति तैयार कर ली है. जानकारी के अनुसार संसद में कांग्रेस के कामकाज को प्रभावी और सुविधाजनक बनाने के लिए दोनों सदनों में पार्टी के नेताओं की जिम्मेदारी तय की गयी है. सोनिया गांधी ने सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए अधीर रंजन चौधरी को लोकसभा में फिर से पार्टी का नेता बनाया है.
गौरव गोगोई उनके डिप्टी नियुक्त किये गये है. सोनिया गांधी द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि के सुरेश चीफ व्हिफ होंगे. रवनीत सिंह बिट्टू और मनिकम टैगोर लोकसभा में पार्टी के व्हिप होगे. शशि थरूर और मनीष तिवारी भी इस समूह में शामिल किये गये हैं.
इसे भी पढ़ें : सुब्रमण्यम स्वामी ने किया ट्वीट, 2022 के यूपी और 2024 के आम चुनाव में होगी हिंदुत्व की कसौटी पर भाजपा की परीक्षा
मल्लिकार्जुन खड़गे को राज्यसभा के लिए नेता बनाया गया है
मल्लिकार्जुन खड़गे को राज्यसभा के लिए नेता बनाया गया है. आनंद शर्मा को उनका डिप्टी नियुक्त किया गया है. अम्बिका सोनी, पी चिदंबरम, दिग्विजय सिंह और केसी वेणुगोपाल के साथ जयराम रमेश राज्य सभा में चीफ व्हिप बनाये गयो है. सोनिया गांधी द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि मैंने सीपीपी के अध्यक्ष के रूप में संसद के दोनों सदनों में हमारी पार्टी के प्रभावी कामकाज को सुविधाजनक बनाने और सुनिश्चित करने के लिए समूहों का पुनर्गठन करने का फैसला किया है. ये समूह सत्र के दौरान प्रतिदिन मिलेंगे और सत्र के दौरान भी ये मुलाकात कर सकते हैं.
इसे भी पढ़ें : कैग की अंतरिम रिपोर्ट के हवाले से कांग्रेस ने IT मंत्रालय पर गबन का आरोप मढ़ा, हाई लेवल जांच की मांग की
संयुक्त बैठकों के कॉर्डिनेटर होंगे मल्लिकार्जुन खड़गे
कहा गया कि संसद के मुद्दों के संबंध में जरूरत पड़ने पर इन सभी ग्रुप्स की संयुक्त बैठकें भी बुलाई जा सकती हैं. राज्य सभा के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे संयुक्त बैठकों के कॉर्डिनेटर होंगे. संसद का मानसून सत्र सोमवार से शुरू होने वाला है. इससे पहले विपक्षी नेताओं की रविवार को बैठक होने वाली है.
बैठक में किसान आंदोलन, निजीकरण और राजद्रोह कानूनों की वैधता पर सुप्रीम कोर्ट की कमेंट सहित कई मुद्दों पर केंद्र सरकार को निशाना बनाने की रणनीति तैयार किये जाने की संभावना है. दरअसल, हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संसद में बाकी विपक्ष के सहयोगी दलों के साथ कमजोर समन्वय पर चिंता जाहिर की थी. पार्टी को उम्मीद है कि दो समूहों के गठन से संसद के मानसून सत्र में पार्टी बेहतर तरीके से हर मुद्दे पर सरकार को बाकी विपक्षी दलों के साथ मिलकर घेरेगी.