NewDelhi : भाजपा के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि 2022 के यूपी विधानसभा और 2024 के आम चुनाव में हिंदुत्व की कसौटी पर भाजपा नेताओं की वफादारी की परीक्षा होगी. स्वामी ने ट्वीट कर यह बात कही है. बता दें कि भाजपा यूपी 2022 के विधानसभा चुनावो को लेकर कमर कस चुकी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी यूपी में दो दिन पहले योगी सरकार की पीठ थपथपाते हुए राज्य में चुनाव का शंखनाद कर दिया है.
Recently I took a review of the roadblocks to restoring Gyanvapi Kashi Vishvanath Temple. The issue it seems will be crucial for BJP in UP Vidhan Sabha in 2022 and Lok Sabha 2024 General Elections. Both will test the fidelity of BJP leadership to the Hindutva cause.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) July 18, 2021
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यूपी में जीत का परचम लहराना बहुत जरूरी है
जानकारों का कहना है कि भाजपा को 2024 के लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने के लिए यूपी में जीत का परचम लहराना बहुत जरूरी है. इसी को लेकर रविवार को सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट किया. बता दें कि आर्थिक मामलों से लेकर विदेशी मामलों और हिंदुत्व पर अपनी ही पार्टी को घेरने वाले स्वामी ने कहा, हाल ही में मैंने ज्ञानवापी काशी विश्वनाथ मंदिर को ठीक किये जाने में आ रही अड़चनों की समीक्षा की. यह मुद्दा 2022 के विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए बेहद अहम होगा. कहा कि दोनों चुनाव हिंदुत्व की कसौटी पर भाजपा नेताओं की वफादारी की परीक्षा होंगे.
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यह पार्टी हिंदुत्व से पैदा हुई है, इससे हट जाओगे तो काम नहीं होगा
जान लें कि सुब्रमण्यम स्वामी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा था कि यह पार्टी हिंदुत्व से पैदा हुई है. इससे हट जाओगे तो फिर काम नहीं होगा. कार्यकर्ता नाराज़ हो जायेंगे. हमारी पार्टी की मूल विचारधारा हिंदुत्व की होनी चाहिए. हम कांग्रेस जैसी राजनीति नहीं कर सकते. कार्यकर्ता गया तो वाजपेयी के जैसा हाल होगा. आप लोगों के बीच में, वो तो बहुत लोकप्रिय थे, पर इतनी बुरी तरह हारे क्योंकि कार्यकर्ताओं ने काम नहीं किया.