Ranchi : पूर्व मंत्री और मांडर विधायक बंधु तिर्की ने महागठबंधन सरकार के एक साल पूरा होने पर सरकार के कामकाज को आबुअः दिशुम आबुअः राज्य का आगज बताया. बंधु तिर्की ने लगातार न्यूज नेटवर्क…. से बातचीत में कहा कि जिस तरह कोरोना काल में सरकार की ओर से प्रवासी मजदूरों को लाने का काम किया, वो आमजनों के प्रति सरकार की संवेदनशीलता को दर्शाता है. बंधु तिर्की ने आगे कहा कि महागठबंधन सरकार झारखंड वासियों में आत्मविश्वास और सम्मान लाने का काम किया है.
बंधु तिर्की ने कहा कि सूबे की सरकार ने कोरोना महामारी के कारण कई चुनौतियों का सामना अपने सीमित संसाधनों की बदौलत किया. देशव्यापी लॉकडाउन के कारण दूसरे प्रदेश में फंसे झारखंड के श्रमिकों के लिए रहने-खाने की व्यवस्था की. साथ ही उन्हें घर तक पहुंचाने का भी काम किया.
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हेमंत सरकार ने प्रवासी मजदूरों को पहुंचाया मदद
उन्होंने कहा कि जब प्रवासी मजदूर दाने-दाने के मोहताज थे, उस दौरान भी हेमंत सरकार ने अपनी संवेदनशीलता दिखाते हुए तमाम श्रमिकों के खाते में 2000 रूपये दिये.
महागठबंधन सरकार अपने कामकाज के दौरान झारखंड के शहीदों को सम्मान देने के क्रम में भी कई अहम फैसले लिए, जिसमें पलामू मेडिकल कॉलेज का नाम मेदनीनगर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, हजारीबाग मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का नाम शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल और दुमका मेडिकल कॉलेज का नाम फुलो-जानू मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के अलावा पाटलिपुत्र मेडिकल कॉलेज का नाम शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल बनाने की घोषणा की. जो झारखंडी पहचान एवं अस्मिता को दर्शाता है.
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सरना धर्म कोड का प्रस्ताव विधानसभा में पास करना सरकार का सबसे बड़ा कदम
सरकार ने सरना-आदिवासी धर्मकोड का प्रस्ताव भी विधानसभा में पास करने के लिए विधानसभा में विशेष सत्र आमंत्रित करना और प्रस्ताव पास कर केंद्र भेजना यह कदम सालों पुरानी मांग को मूर् रूप देने की ओर कदम उठाया गया है.
जिसके लिए सरना आदिवासी लंबे समय से आंदोलनरत थे. सरकार का यह कदम आदिवासी मूल निवासियों के लिए मील का पत्थर की तरह साबित होगा. सरकार ने किसानों के लिए भी कर्ज माफी योजना की घोषणा की थी. इसके तहत सरकार ने 2000 करोड़ का बजट प्रावधान किया है. जो सूबे के किसानों के लिए बड़ी राहत की बात है.