Ranchi: दो एफआईआर और एसीबी जांच के आदेश होने के बावजूद रिवर व्यू प्रोजेक्ट के पीछे का मास्ट माइंड और जमीन माफिया कमलेश कुमार हरकत में है. किसी भी हाल में प्रोजेक्ट बंद ना हो इसके लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया जा रहा है. बताया जा रहा है कि प्रोजेक्ट के प्रमोटरों ने अब अपराधी प्रवृति के लोगों के साथ मिलकर सरकारी जमीन बेचने की तैयारी शुरू कर दी है. प्रमोटर के निजी सुरक्षा गार्ड पूरे प्रोजेक्ट पर निगेहबानी कर रहे हैं. लगभग 25 एकड़ के इस सरकारी जमीन को कब्जा करने, फर्जी दस्तावेज तैयार करवाने और जमीन में पैसा लगवाने के लिए अब रांची और बिहार के कुछ हिस्ट्री शीटरों से भी संपर्क साधा गया है.
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रिवर व्यू प्रोजेक्ट के नाम पर जो बीएयू (बिरसा एग्रीचल्चर युनिवर्सिटी) की जमीन पर कब्जा किया गया है, उसकी रजिस्ट्री की जाने की तैयारी हो रही है. बताया जा रहा है कि रजिस्ट्री किसी अशोक नगर निवासी के नाम पर करने की तैयारी है. सूत्रों का दावा है कि रजिस्ट्री कराने के लिए रांची रजिस्ट्री कार्यालय में ऊंची पहुंच रखने वाले एक शख्स ने करीब 40 लाख रुपये की डील हुई है.
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दो मामलों में नामजद कमलेश की नहीं हुई गिरफ्तारी
कमलेश कुमार इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड बताया जाता है. बताया जा रहा है कि कमलेश की ऊंची पहुंच की वजह से अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. कमलेश के पास लाइसेंसी हथियार नहीं होने के बावजूद कई मौकों पर उसके पास पिस्टल और रिवॉल्वर जैसे घातक हथियार देखने को मिले हैं.
![रिवर व्यू प्रोजेक्ट को बचाने के लिए प्रमोटर करा रहे अपराधी छवि के लोगों की एंट्री](https://i0.wp.com/lagatar.in/wp-content/uploads/2021/01/kaMLESH5.jpg?resize=632%2C979&ssl=1)
कुछ दिनों पहले कमलेश ने अपने फेसबुक वॉल पर कई तरह के हथियारों के साथ अपना फोटो भी पोस्ट किया था. वहीं कुछ लोगों का कहना है कि रिवर व्यू प्रोजेक्ट के आस-पास पुलिस वर्दी में कुछ अपराधी किस्म के लोगों को एसयूवी गाड़ी में घूमते देखा जा रहा है.
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