Kandra : कांड्रा के व्यवसायी देबू अग्रवाल के पुत्र मनीष अग्रवाल (29 वर्ष) के अपहरण मामले में पांचवें दिन भी पुलिस के हाथ खाली हैं और अपहृत का सुराग नहीं मिल पाया है. सरायकेला-खरसावां के पुलिस अधीक्षक आनंद प्रकाश ने सोमवार को देबु का इश्तेहार जारी किया है. हालांकि कांड्रा पुलिस अपहृत व्यवसायी पुत्र मनीष अग्रवाल की रिहाई के लिए एड़ी चोटी एक किए हुए है. अभी तक दर्जनों जगहों के सीसीटीवी फुटेज पुलिस खंगाल चुकी है. मनीष के मित्रों से लेकर सगे संबंधियों तक से जानकारी जुटाने का प्रयास किया गया. पुलिस लगातार टीमें बनाकर एक साथ कई जगह जांच कर रही है. इसके बावजूद अभी तक इस मामले में पुलिस के हाथ खाली हैं. इधर देबू अग्रवाल के घर मातम का माहौल छाया हुआ है. उनकी पत्नी पिंकी देवी का रो-रो कर बुरा हाल है और कभी-कभी वह बेसुध हो जा रही हैं.
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स्थानीय सांसद गीता कोड़ा और पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा से लेकर माझी परगना महाल सहित कई संगठनों के लोग और व्यापारी वर्ग के कई शुभचिंतक व्यवसायी उनके घर पहुंचकर ढांढस बंधाया. पांचवें दिन भी मनीष का सुराग नहीं मिलने पर सोमवार को कांड्रा के व्यवसायियों ने कुछ देर के लिए अपनी-अपनी दुकानों का शटर बंद कर संयुक्त रूप से थाना प्रभारी से मिलने पहुंचे. लोगों ने मनीष अग्रवाल की सकुशल घर वापसी की पुलिस से गुहार लगाई. थाना प्रभारी राजन कुमार ने मिलने आए व्यवसायियों को भरोसा दिलाया कि पुलिस पूरी तत्परता के साथ मनीष की घर वापसी का प्रयास कर रही है.