LagatarDesk : पीरामल ग्रुप के प्रमुख अजय पीरामल और मुकेश अंबानी के समधी ने दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (DHFL) को खरीद लिया है. यह डील 38,050 करोड़ में हुई है. इसमें कैश और नॉन कंवर्टिबल डिबेंचर दोनों शामिल है. जानकारी के अनुसार, इस डील के लिए पीरामल ग्रुप ने 14700 करोड़ कैश पेमेंट किया है. इसके अलावा 10 सालों के लिए 6.75 फीसदी की दर पर 19550 करोड़ का डिबेंचर इश्यू किया है.. इसके बाद बाकी का भुगतान कंपनी कर्ज चुकाने में करेगी. नई कंपनी किफायती मकानों को लोन देने पर जोर देगी.
विलय के बाद देश की प्रमुख हाउसिंग फाइनेंस बन जायेगी पीरामल
पीरामल ग्रुप ने बुधवार को बताया कि इस डील के बाद पीरामल कैपिटल एवं हाउिसंग फाइनेंस (PCHFL) और DHFL का विलय कर दिया जायेगा. इसमें 100 फीसदी हिस्सेदारी पीरामल एंटरप्राइजेज की होगी. विलय के बाद यह देश की प्रमुख हाउसिंग फाइनेंस कंपनी बन जायेगी. इस रिजॉल्यूशन प्लान को डीएचएफएल के 94 फीसदी लेंडर्स ने जनवरी 2019 में मंजूरी दी थी. इसके बाद RBI, CCI और NCLT से भी पीरामल ग्रुप के रिजॉल्यूशन प्लान को मंजूरी मिली है.
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DHFL के 70 हजार से ज्यादा हैं क्रेडिटर्स
DHFL के करीब 70 हजार क्रेडिटर्स थे जिनमें से करीब 46 फीसदी को इस समाधान योजना से उनका बकाया मिल जायेगा. दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड बैंकों का करीब 90 हजार करोड़ लेकर बैंक्रप्ट हो गयी थी. आज पीरामल ग्रुप की तरफ से अधिग्रहण के बाद PSU Banks में जबरदस्त तेजी देखी जा रही है.
डीएचएफएल पर कई बैंकों का है बकाया
डीएचएफएल पर SBI का बकाया 7267 करोड़ है. उसी तरह बैंक ऑफ इंडिया का बकाया 4125 करोड़ , यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का बकाया 3605 करोड़ रुपये है. यही वजह है कि सरकारी बैंकों के स्टॉक में आज जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है. हालांकि शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिल रही है.
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