Kiriburu: सारंडा के सोनापी गांव क्षेत्र के जंगलों में ट्रेंच कटिंग के काम को दर्जनों ग्रामीणों ने आज रोक दिया. पश्चिमी सिंहभूम जिले के सारंडा वन प्रमंडल के गुवा रेंज अंतर्गत सारंडा वन क्षेत्र में वन विभाग द्वारा जल संरक्षण व जानवरो तथा आग से पौधों व पेड़ों की सुरक्षा के लिये ट्रेंच कटिंग का काम शुरू किया गया है. ग्रामीणों ने पारंपरिक हथियारों से लैस होकर प्रदर्शन किया. युवकों ने पत्थर गाड़कर इसे प्रोटेक्टेड एरिया बताया और ट्रेंच कटिंग का काम रुकवा दिया. काम रोकने की घटना से वन विभाग के अधिकारी अभी तक अंजान हैं.
इसे भी पढ़ें: गोलमुरी : तिब्बत मार्केट में कोरोना ब्लास्ट, 90% दुकानदार कोविड पाॅजिटिव
ग्रामीणों को विश्वास में लेना चाहिए था: बामिया माझी
इस संबंध में पूर्व जिला परिषद सदस्य बामिया माझी समेत अन्य ग्रामीणों ने बताया कि उक्त कार्य को करने से पहले वन विभाग ने ग्राम सभा से अनुमति नहीं ली. वन विभाग पूरी जानकारी देकर अगर ग्रामीणों को अपना विश्वास में लेते तो शायद वे विरोध नहीं करते. ग्रामीणों ने कहा कि वन विभाग ने कार्य स्थल पर 13 जनवरी से गांव के ही कुछ मजदूरों को लेकर ट्रेंच कटिंग का काम शुरू किया था. एक-दो दिन बाद जेसीबी मशीन लगाकर एक मीटर चौड़ा व एक मीटर गहरा गड्ढा़ लंबी दूरी तक करने वाली थी. गड्ढा होने से गांव के पालतू जानवरों को आने-जाने में दिक्कत होती तथा उसमें गिरकर जानवर मरते भी. इसके अलावे ग्रामीणों को भी इस रास्ते जंगल आने-जाने व जंगल क्षेत्र स्थित वन विभाग की इन्क्रोचमेंट भूमि पर खेती कार्य करने में परेशानी होती. इन्हीं वजहों से काम बंद कराया गया इै.
20 हजार बांस के पौधे लगाने हैं, युवकों को रोजगार मिलेगा
इस मामले में गुवा रेंज के एक अधिकारी ने बताया की हमें ऐसी घटना की जानकारी नहीं है लेकिन सोनापी क्षेत्र के जंगल में ट्रेंच कटिंग का कार्य प्रारंभ कराया गया है. यहां लगभग 20 हजार बांस का पौधा लगाकर उसकी घेराबंदी भी करनी है. बांस लगाने का उद्देश्य ग्रामीणों को रोजगार से जोड़ना है, क्योंकि उससे वह अनेक समान बनाकर बाजार में बेच सकते हैं. इसके अलावा वर्षा का पानी को जमीन के अंदर प्रवेश कर भूमिगत जल स्तर को बढा़ना, जंगल की आग को फैलने से रोकना, बांस के पौधे को जानवरों से बचाना आदि उद्देश्य है. इस कार्य से गांव के बेरोजगार युवकों को भी रोजगार उपलब्ध कराना है.
ट्रेंच कटिंग से ग्रामीणों व जंगल को लाभ होगा: मुंडा पिर्ती सुरीन
गांव के मुंडा पिर्ती सुरीन ने बताया की उक्त कार्य से सोनापी, हेन्देबुरु के ग्रामीण युवकों को रोजगार से जोड़ा गया था. ग्रामीण अगर इस कार्य का विरोध कर रहे हैं तो फिर हमें क्या कहना. उन्होंने कहा कि इससे ग्रामीणों व जंगल को लाभ होता.
इसे भी पढ़ें: CM योगी आदित्यनाथ राम की नगरी अयोध्या से चुनाव लड़ेंगे, भाजपा चुनाव समिति की लगी मुहर