Jamtara: शुक्रवार की शाम मां सरस्वती की प्रतिमा विसर्जन के दौरान पुलिस और जुलूस में शामिल लोगों के बीच विवाद हो गया. जुलूस में शामिल युवकों ने पुलिस पर मारपीट किए जाने का आरोप लगाया. बताया जाता है कि पुलिस द्वारा जातिसूचक गाली दिए जाने से नाराज आदिवासी युवक एवं युवतियों ने थाने का घेराव किया. उन्होंने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाये.
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कार्रवाई की मांग
आक्रोशित आदिवासी समाज के लोगों ने पुलिस के विरुद्ध थाने में नारेबाजी की. वे दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे. लगभग दो घंटे तक लोगों ने थाने का घेराव किया. इस दौरान पुलिस का कोई वरीय अधिकारी या थाना प्रभारी ने संज्ञान नहीं लिया. इससे भी लोगों में रोष है.
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लोगों ने बताया कि शाम को बादोलीगढ़ के युवक-युवतियां सरस्वती की प्रतिमा का विसर्जन करने जा रहे थे. इसी दौरान थाना के पीछे से गुजर रहे लोगों को साउंड सिस्टम बजाने को लेकर पुलिस ने मनाही की. इसे लेकर जुलूस में शामिल लोगों और पुलिस के बीच विवाद हो गया.
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दो व्यक्ति घायल
कहा कि पुलिस ने विसर्जन में शामिल लोगों पर लाठी बरसा दिए. इससे बादोलीगढ़ के राजू राय और सुरेन्द्र सारेन घायल हो गए. वे लोग थाना परिसर में ही जमे रहे. वे डुगडुगी बजाकर दोषी पुलिस अधिकारी और जवान के विरुद्ध कार्रवाई की मांग कर रहे थे. इस संबंध में थाना प्रभारी रौशन कुमार से जानकारी लेने की कोशिश की गई, परंतु उन्होंने मोबाइल रिसीव नहीं किया.
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