- पीएम के साथ बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, बैठक पूरी तरह से राजनीतिक.
- पेट्रोल और डीजल की बढ़ी कीमतों पर सफाई देने के लिए बुलायी गयी थी बैठक.
- 40 प्रतिशत हेल्थ पर हुई बात, वहीं 60 फीसदी बात महंगाई पर हुई.
Ranchi : देश में कोरोना संक्रमण के संभावित खतरे को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राज्यों के मुख्यमंत्रियो के साथ बैठक की. बैठक में झारखंड का प्रतिनिधित्व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने किया. बैठक के बाद बन्ना गुप्ता ने कहा कि झारखंड के साथ एक बार फिर सौतेला व्यवहार किया गया. उन्होंने कई बार झारखंड के हित में बोलने के लिए हाथ उठाया, पर उन्हें बोलने नहीं दिया गया. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह बैठक विशुद्ध रूप से राजनीतिक बैठक थी. इसमें बढ़ती महंगाई और पेट्रोल- डीजल के दामों पर सफाई देने का प्रयास किया गया.
बन्ना गुप्ता ने कहा कि जिस गंभीरता के लिए आज यह बैठक बुलायी गयी थी, उसपर चर्चा काफी कम हुई. बैठक में केवल 40 प्रतिशत ही स्वास्थ्य पर बातचीत हुई. वहीं, 60 प्रतिशत बात पेट्रोल– डीजल पर हुई. बैठक में पीएम ने कहा कि दुनिया में कई देशों में ओमिक्रॉन आया हुआ है. भारत ने तीसरी लहर में महामारी के खिलाफ जीत हासिल की है. चौथी लहर में हमें काफी मुस्तैदी से रहना है. ऐसे में हम कह सकते हैं कि बैठक विशुद्ध रूप से राजनीतिक बैठक बनकर रह गयी. यह सभी जानते हैं कि वैश्विक स्तर पर अभी ओमिक्रॉन की समस्या सामने आयी है. कई राज्यों में भी इसका असर दिखा है. लेकिन बैठक में इन मुद्दों पर काफी कम चर्चा हुई.
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उन्होंने कहा कि झारखंड एक गरीब और जनजातीय बहुल राज्य है. राज्य की स्थिति को मैंने कई बार प्रधानमंत्री के समक्ष रखने की कोशिश की. कई बार हाथ उठाकर मैंने बोलने के लिए समय मांगा, पर मुझे बोलने तक नहीं दिया गया. अगर बोलने का मौका मिलता, तो वे जरूर कहते कि झारखंड के लोगों को फ्री में बूस्टर डोज दिया जाये. साथ ही 6 से 12 साल के बच्चों को वैक्सीन देने का जो फैसला हुआ है, उस पर जल्द से जल्द पहल हो. स्वास्थ्य मंत्री ने एक बार फिर दोहराया कि झारखंड के साथ केंद्र द्वारा हमेशा से सौतेला व्यवहार ही किया जा रहा है. हर बार की तरह इस बार भी झारखंड को बैठक में बुलाया गया पर इस बार भी बोलने नहीं दिया गया.
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