NewDelhi : पिछले वित्त वर्ष में केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत एलपीजी सिलेंडर लेने वाले 90 लाख लाभार्थी दोबारा सिलेंडर नहीं भरा पाये. साथ ही लगभग एक करोड़ लाभार्थी ऐसे मिले, जिन्होंने एलपीजी कनेक्शन लेने के बाद साल में एक ही बार सिलेंडर भरवाया. यह आंकड़ा उस समय का है, जब हाल ही में संपन्न उत्तर प्रदेश चुनाव के बाद भाजपा ने यह दावा किया कि लाभार्थियों ने बड़ी संख्या में उसे वोट किया है.
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आरटीआई में यह खुलासा हुआ है
खबर है कि आरटीआई कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौर द्वारा दाखिल की गयी आरटीआई (RTI) में यह खुलासा हुआ है, चंद्रशेखर ने तीनों सरकारी तेल वितरण कंपनियों इंडियन ऑयल कारपोरेशन लिमिटेड (IOCL), हिंदुस्तान पेट्रोलियम लिमिटेड (HPCL) और भारत पेट्रोलियम लिमिटेड (BPCL) से जानकारी मांगी थी.
आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार, इंडियन ऑयल ने बताया कि मार्च 2021 तक दिये गये एलपीजी कनेक्शनों में से करीब 65 लाख ग्राहकों ने पिछले वित्त वर्ष में एलपीजी सिलेंडर भराया ही नहीं है, जबकि हिंदुस्तान पेट्रोलियम के 9.1 लाख और भारत पेट्रोलियम के 15.96 लाख ग्राहकों ने एलपीजी सिलेंडर नहीं भराये. भारत पेट्रोलियम के अनुसार यह आंकड़ा सिंतबर 2019 तक उज्जवला योजना के पहले फेज में दिये गये कनेक्शनों का हैं.
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PM ने 1 मई 2016 को उज्ज्वला योजना उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में लॉन्च की थी
जान लें कि पिछले वित्त वर्ष के दौरान इंडियन ऑयल के करीब 52 लाख ग्राहकों ने साल में एक बार एलपीजी सिलेंडर भराया. जबकि हिंदुस्तान पेट्रोलियम के 27.58 लाख ग्राहकों ने और भारत पेट्रोलियम के 28.56 लाख ग्राहकों ने साल में केवल एक बार ही बार सिलेंडर भराया था.याद करें कि पीएम मोदी ने 1 मई 2016 को उज्ज्वला योजना उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में लॉन्च की थी. मार्च 2020 तक इस योजना के तहत 8 करोड़ एलपीजी सिलेंडर देने का लक्ष्य रखा गया था. सरकार द्वारा लक्ष्य से अधिक लगभग 9 करोड़ गैस कनेक्शन लाभार्थियों को दिये गये.