रघुवर ने लिखा कि विधेयक की धारा 66 के तहत दो प्रतिशत कृषि बाजार शुल्क लगाने का प्रावधान है. इसके लागू होने के बाद झारखंड के लोगों को 4 से 5 फीसदी महंगा अनाज खरीदना होगा. दूसरी तरफ इंस्पेक्टर राज होने से भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा मिलेगा.
Ranchi : पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर कृषि कर कानून को वापस लेने का आग्रह किया है. कहा है कि जब बीजेपी की सरकार थी, तब उनके कार्यकाल में कृषि कर को समाप्त कर दिया गया था, जिसका लाभ छोटे किसानों, व्यापारियों और आम लोगों को हुआ. इसे फिर से लागू किया जाएगा तो छोटे किसान, व्यापारी और आम लोग प्रभावित होंगे. साथ ही भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा मिलेगा.
4 से 5 फीसदी महंगा खरीदना होगा अनाज
रघुवर दास ने पत्र में लिखा है कि झारखंड कृषि उपज एवं पशुधन विपणन (संवर्धन एवं विकास) विधेयक 2022 के विरोध में राज्य के खाद्यान्न व्यापारी आंदोलन कर रहे हैं. इसके कारण खाद्यानों का उठाव बंद है और राज्य में अनाज की किल्लत होने लगी है. रघुवर ने लिखा कि विधेयक की धारा 66 के तहत दो प्रतिशत कृषि बाजार शुल्क लगाने का प्रावधान है. इसके लागू होने के बाद झारखंड के लोगों को 4 से 5 फीसदी महंगा अनाज खरीदना होगा. दूसरी तरफ इंस्पेक्टर राज होने से भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा मिलेगा.
प्रधानमंत्री हटा रहे पुराने टैक्स और राज्य सरकार थोप रही नया कर
रघुवर दास ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुराने करों को खत्म करने का आह्वान कर रहे हैं. वहीं राज्य सरकार पुराने हटाए गये टैक्स को फिर से थोपना चाह रही है. यह जनहित में नहीं है. राज्यपाल के पास से तकनीकी कारणों से यह फाइल वापस लौट गई है. इसलिए सीएम से आग्रह है कि वे जिद छोड़कर छोटे किसानों, व्यापारियों और आम लोगों के हित में कृषि कर कानून को वापस लें.
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